जब वाजपेयी जी को गुलाब जामुन से दूर रखना हो गया था मुश्किल, तो माधुरी दीक्षित ने यूं की थी मदद

जब वाजपेयी जी गुलाब जामुन लेने के लिये काउंटर की तरफ बढ रहे थे, तभी उनके एक सहयोगी ने उन्हें बॉलीवुड एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित से मिलवा दिया।

New Delhi, Aug 18 : भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनके संस्मरण और यादें हर दिल में जिंदा है। वाजपेयी ना सिर्फ अच्छे नेता बल्कि जनमानस के प्रिय प्रधानमंत्री भी थे। उन्हें लिखने-पढने और खाने- खिलाने का बहुत शौक था। कहा जाता है कि जब भी वाजपेयी जी को समय मिलता था, तो वो बॉलीवुड फिल्में भी देखना पसंद करते थे। देश के अलग-अलग इलाकों के पकवान उन्हें बेहद पसंद थे, परहेज पर रहने के बावजूद वो उनसे दूरी नहीं बना पाते थे। ऐसा ही एक किस्सा वायरल हो रहा है।

खाने के शौकीन थे वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी खाना बनाने और खाने के बेहद शौकीन थे, गुलाब जामुन संग उनका एक दिलचस्प किस्सा है। दरअसल हुआ तब ये था कि जब वो प्रधानमंत्री थे, तो एक भोज में शामिल होने के लिये पहुंचे, खाने के शौकीन वाजपेयी जी तब सख्त परहेज पर थे, लेकिन जब भोज में खाने के पास पहुंचे, तो गुलाब जामुन के लिये काउंटर की ओर बढने लगे, उन्हें गुलाब जामुन खाने से रोकने के लिये उनके सहयोगियों ने एक ऐसा तरीका निकाला, जिसकी खूब चर्चा हुई।

माधुरी से मिलने के बाद मिठाई खाना भूल गये
जब वाजपेयी जी गुलाब जामुन लेने के लिये काउंटर की तरफ बढ रहे थे, तभी उनके एक सहयोगी ने उन्हें बॉलीवुड एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित से मिलवा दिया, उस भोज में धक-धक गर्ल भी मौजूद थीं। कहा जाता है कि माधुरी दीक्षित से मिलवाने का मकसद ये था, कि वो गुलाब जामुन की तरफ ना जाएं, क्योंकि उन दिनों वो परहेज पर थे। उसके बाद वाजपेयी जी माधुरी से बात करने लगे। फिल्मों के शौकीन अटल जी माधुरी से बात करने में इतने व्यस्त हो गये, कि वो भूल गये, कि उन्हें गुलाब जामुन भी खाना है।

अलग-अलग इलाकों के अलग-अलग पकवान थे पसंद
माधुरी दीक्षित वाले इस किस्से का खुलासा पत्रकार राशिद किदवई ने किया है। उन्होने ये भी दावा किया था कि जब अटल जी माधुरी से बातचीत करने में व्यस्त थे, तो उनके सहयोगियों ने तुरंत खाने के काउंटर से गुलाब जामुन हटवा दिया था, वाजपेयी को वेज के अलावा नॉन-वेज खाना भी बेहद पसंद था, कहा जाता है कि पकौड़ों पर खूब सारा चाट मसाला लगाकर उन्हें खाना बहुत पसंद था।

कल हुआ अंतिम संस्कार
वाजपेयी जी ने 16 अगस्त को दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली। भारत रत्न से सम्मानित हो चुके वाजपेयी जी पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे, वो पिछले दो महीने से एम्स अस्पताल में भर्ती थे। लोकप्रिय नेता होने की वजह से उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। सरकार ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है, कई राज्यों में राज्य सरकार ने एक दिन की छुट्टी का ऐलान किया था।