तब के विकास बहल से मिल कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता, कि कामयाबी के गुरुर में खुद को ही नष्ट कर लेंगे

फिर मैं कभी विकास बहल से व्यक्तिगत तौर पर नहीं मिला। अनुराग से मिलता रहा और विकास को दूर खड़े देखता रहा।

New Delhi, Oct 08 : फ से फैंटम अब नहीं है। किसी ने ट्विटर पर लिखा, फ से फिनिश्ड। जब एकेएफपीएल (अनुराग कश्यप फिल्म प्रा लि) था और आराम नगर में उसका दफ़्तर हुआ करता था, तो मुंबई आने पर अक्सर वहां जाना होता था। तब उत्साह के साथ अनुराग अपना हर काम शेयर करते थे। धीरे धीरे एकेएफपीएल बड़ा होता गया और दफ़्तर की सेक्युरिटी बढ़ गयी। बरसात की एक शाम, जब आराम नगर के रास्ते पानी में डूबे हुए थे, अनुराग के बुलाने पर मैं 29 नंबर बंगले (दफ़्तर का एड्रेस) गया, तो दो जवान दरबानों ने मुझे घुसने नहीं दिया। वो तो एक एडी ने देख लिया और मुझे इंट्री मिल गयी। उसके बाद मैं कभी वहां नहीं गया। एकेएफपीएल का शटर भी अनुराग ने ख़ुद ही गिरा दिया।

उन्हीं दिनों फैंटम बन रहा था। एक पारिवारिक समारोह में अनुराग मिले और वहीं से आधी रात को फैंटम के ऑफिस ले गये। वह ‘क्वीन’ एडिट कर रहे थे। फ़िल्म लगभग तैयार थी। उन्हें फ़िल्म दिखानी थी। उसी आधी रात को पहली बार मैं विकास बहल से मिला था। वह पूरे जोश और होश में थे। हालांकि शराब का एक दौर चल चुका था। उनके व्यवहार में आत्मीयता थी और तब के विकास बहल को देख कर कोई अंदाज़ा नहीं लगा सकता था कि वह कामयाबी के ग़रूर में इतने मुब्तिला हो जाएंगे कि ख़ुद को नष्ट करने की हद तक चले जाएंगे।

फिर मैं कभी विकास बहल से व्यक्तिगत तौर पर नहीं मिला। अनुराग से मिलता रहा और विकास को दूर खड़े देखता रहा। जिस प्रसंग में इन दिनों उनकी कुचर्चा हो रही है और जिस वजह ने फैंटम की इमारत को गिराने में घुन की तरह काम किया – वह प्रसंग पिछले कुछ सालों से लोगों के गॉशिप का हिस्सा रहा है। मेरी उसमें कोई दिलचस्पी कभी रही नहीं, क्योंकि इस तरह के गॉशिप बॉलीवुड में आम हैं। हालांकि पिछले साल अनुराग ने बताया था कि विकास बहल ने बहुत बाद में शराब पीना शुरू किया और नये मुल्ले के ज़्यादा प्याज खाने वाले किस्से की तरह शराब में नहाने ही लगे। अनुराग ने ही बताया कि उन्हें उन लोगों ने रिहैब सेंटर भी भेजा और जब वह यह बात हमें बता रहे थे, विकास रिहैब सेंटर में थे।

ज़ाहिर है, मेरा कोई दोस्त किसी बुरी आदत का शिकार होगा – मेरी कोशिश होगी कि सबसे पहले उसे बुरी आदतों से निकाला जाए। मुझे मालूम नहीं कि शराब के साथ विकास बहल की बलात्कार मानसिकता को ख़त्म करने के लिए अनुराग और फैंटम के बाक़ी हिस्सेदारों ने क्या किया – लेकिन अनुराग की इस बात से मेरी सहमति है कि वे पीड़िता के साथ हुए हादसे के मामले को ठीक तरह से समय पर हैंडल नहीं कर पाये। इस बीच, हफिंग्टन पोस्ट के मुताबिक, पीड़िता गहरे अवसाद में उतरती चली गयी और सामान्य होने के लिए उन्हें विपस्सना और अन्य आध्यात्मिक रास्तों का सहारा लेना पड़ा।

(वरिष्ठ पत्रकार और फिल्ममेकर अविनाश दास के फेसबुक वॉल से साभार, ये लेखक के निजी विचार हैं)