जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साल 2000 में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव थे, तो वो बहराइच एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिये आये थे।
New Delhi, Jan 21 : यूपी के योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिये उत्तर प्रदेश का बहराइच जिला लकी है, जब प्रधानमंत्री साल 2000 में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव थे, तो वो बहराइच एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिये आये थे, जब वो बहराइच से बलराम पुर के लिये जा रहे थे, तभी रास्ते में ही दिल्ली से उनके पास फोन आया, कि आप दिल्ली वापस आ जाएं, जब दिल्ली पहुंचे तो उन्हें दिल्ली से गुजरात के लिये भेज दिया गया, फिर 2001 में वो गुजरात के सीएम बनें।
मोदी ने खुद किया या जिक्र
योगी के मंत्री ने बताया कि मोदी जी ने साल 2014 में बहराइच रैली के दौरान खुद इस बात का जिक्र किया था, उन्होने बताया था कि बहराइच को वो अपने लिये लकी जिला मानते हैं, इसलिये जब 2014 के लोकसभा चुनावों के लिये यूपी में उन्होने प्रचार की शुरुआत बहराइच से ही की थी।
2017 विधानसभा चुनाव में किया जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात का जिक्र 2017 विधानसभा चुनाव में भी किया था, वो बहराइच रैली को संबोधित करने पहुंचे थे, तो उन्होने वहां की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा था कि यूपी में बहराइच उनके लिये सबसे लकी रहा है, यही थे वो, जब उन्हें दिल्ली से फोन आया, फिर बाद में सीएम बना दिया गया, लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत की, तो पीएम बन गये।
शांति प्रिय जिला है बहराइच
आपको बता दें कि बहराइच शांति प्रिय जिला माना जाता है, ये राजधानी लखनऊ के पास ही है। मंत्री मुकुट बिहारी शर्मा ने बोलते हुए कहा कि इस जिले के नेताओं के बीच कभी भी आपसी मतभेद नहीं होता है, राजनैतिक मतभेद तो लोकतंत्र के लिये जरुरी है।
गुजरात के सीएम थे मोदी
नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने से पहले साल 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री थे, साल 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें पीएम उम्मीदवार घोषित कर चुनाव लड़ा, पार्टी को पूरे देश में सफलता मिली, तो यूपी में आश्चर्यजनक आंकड़े सामने आये, उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से एनडीए को 73 सीटें मिली थी।
अंधविश्वास पर बोला था हमला
पीएम मोदी ने पिछले दिनों मेट्रो ट्रेन के उद्घाटन के मौके पर विरोधियों पर हमला करते हुए कहा था कि विज्ञान के युग में अंधविश्वास की कोई जगह नहीं है, दरअसल यूपी में ऐसा कहा जाता है कि जो सीएम नोएडा जाता है, उसकी सरकार लौट नहीं पाती है, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने इन अंधविश्वासों को तोड़ते हुए मेट्रो उद्घाटन के मौके पर नोएडा पहुंचे थे।
पीएम ने की थी योगी की तारीफ
प्रधानमंत्री ने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा था कि आदित्यनाथ ने अंधविश्वास को तोड़कर दिखाया है, फिर उन्होने अपने बारे में भी कहा कि उन्होने गुजरात के सीएम रहते हुए ऐसे कई मिथक तोड़े हैं, उन्होने पूर्व सीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि जो व्यक्ति अंधविश्वास में यकीन करता है, उन्हें सीएम रहने का कोई हक नहीं है।
12.39 का राज
हालांकि उनके विरोधियों का कहना है कि अंधविश्वासी को नरेंद्र मोदी भी हैं, जब वो गुजरात के सीएम थे, तो हमेशा उन्होने एक खास समय में ही शपथ ग्रहण किया था, जब वो शपथ ग्रहन करते रहते थे, तो 12.39 के आस-पास का समय होता है, इस समय को मोदी अपना लकी टाइम मानते हैं। उनका मानना था कि इस समय पर शपथ लेने से वो पूरे 5 साल आसानी से सत्ता का संचालन कर पाएंगे, साथ ही अगली बार भी सत्ता में वापस आएंगे।
लकी चेयर
यूपी के कानपुर में पीएम मोदी की एक लकी चेयर भी है, 2014 लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत उन्होने इसी लकी चेयर पर बैठकर की थी, तब उन्हें मालूम नहीं था कि वो कुर्सी उनके लिये लकी साबित हो जाएगी, लेकिन भाजपाइयों के अनुसार यूपी में बीजेपी को 80 में 71 सीटें जीतने के पीछे इसी का हाथ है। 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान जब मोदी कानपुर प्रचार के लिये पहुंचे थे, तो उन्हें फिर से उसी कुर्सी पर बैठाया गया था, मोदी ने भी मिथक को नहीं तोड़ा, यूपी विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी प्रचंड बहुमत से जीती थी।