बैचमेट IPS अफसरसुरेंद्र दास की जिंदगी बचाने में जुटे हैं उसके 16 साथी अफसर । दिन-रात एक कर वो अपने साथी के लिए बेहतर से बेहतर मेडिकल सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं ।
New Delhi, Sep 08 : IPS अफसर सुरेन्द्र दास को बचाने के लिए 16 आईपीएस अफसर दिन-रात एक किए हुए हैं । यूपी, दिल्ली में जब एक्मो मशीन नहीं मिली तो इन सभी ने कड़ी मशक्कत कर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से गुहार लगाई । तब जाकर मुंबई से मशीन और डॉक्टरों की एक टीम चार्टर प्लेन से कानपुर बुलाई गई । कानपुर रीजेंसी में भर्ती सुरेन्द्र दास को बचाने के लिए डॉक्टर भी दिन रात एक किए हुए हैं ।
बेहतर से बेहतर इलाज की कोशिश
आईपीएस सुरेंद्र कुमार दास के जहर खाने की सूचना मिलते ही उनके दूसरे आईपीएस दोस्त जो देश के कोने-कोने में तैनात थे उनसे मिलने कानपुर पहुंच गए । इनमें लखनऊ इंटेलीजेंस की एसीपी चारू निगम, लखनऊ के एसपी विक्रांत, लखनऊ के आईजी सुजीत पांडेय, फतेहपुर की एसपी पूजा यादव, उत्तराखंड में तैनात आईपीएस मंजूनाथ शामिल हैं । डॉक्टरों से मिलकर अपने साथी के लिए बेहतर से बेहतर इलाज के बारे में पता किया ।
एक्मो मशीन की पड़ी जरूरत
डॉक्टरों ने जब बताया कि सुरेन्द्र की जिंदगी बचाने के लिए लाइफ सपोर्ट सिस्टम यानी कि एक्मो मशीन की जरूरत है तो साथियों ने पूरी कोशिश की और मशीन को आखिरकार मुंबई से मंगा ही लिया । इससे पहले लखनऊ, दिल्ली समेत देश के कई अस्पतालों में पता किया गया लेकिन कहीं भी पोर्टेबल एकमो मशीन उपलब्ध ही नहीं थी । स्वास्थ्य मंत्रालय की मदद से मुंबई से इस मशीन को लाया गया ।
पुलिस मुख्यालय से जारी किए गए 3.50 लाख रुपये
एसपी वेस्ट संजीव सुमन के अनुसार पुलिस मुख्यालय से अभी तक सुरेन्द्र के इलाज के लिए साढ़े तीन लाख रुपए जारी किए जा चुके हैं । सुरेंद्र कुमार के आगे के इलाज के लिए पुलिस मुख्यालय से बजट जारी कराने की कोशिशें जारी हैं । सभी साथी इसी कोशिश में हैं कि किसी तरह सुरेन्द्र को बचाया जा सके । आपको बता दें आईपीएस सुरेन्द्र दास ने अपने घरेलु विवाद के कारण जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की थी ।
सुसाइड लेटर
आईपीएस सुरेन्द्र दास ने एक सुसाइड लेटर भी छोड़ा था जिसमें उन्होने लिखा था – मेरे जहर खाने के पीछे किसी का दोष नही है। रोज-रोज के छोटी-छोटी बातों को लेकर घरेलू झगड़ों से परेशान होकर यह कदम उठा रहा हूं। सुरेन्द्र ने 7 लाइन के इस लेटर पत्र में पत्नी रवीना को आई लव यू भी लिखा है । पत्र में कुछ और बातें भी है जिनके बारे में पुलिस ने मीडिया को नहीं बताया है । ये पत्र जांच के लिए भेजा गया था ।
शादी के बाद घर नहीं जाते थे सुरेन्द्र
वहीं लखनऊ में रहने वाले सुरेन्द्र के बड़े भाई नरेंद्र कुमार दास के मुताबिक सुरेंद्र शादी के बाद घर बहुत कम ही आते थे । वो जब घर आते तो पत्नी रवीना घर नहीं आती थीं । बुधवार सुबह आठ बजे पुलिस ने ही फोन कर सुरेंद्र के जहर खा लेने की जानकारी दी थी । घटना कैसे हुई, क्या कारण रहा, उन्हें कुछ नहीं मालूम ।