सिंधिया के करीबी नेता समेत इस नगर परिषद के सभी पार्षद बीजेपी में शामिल, खत्म हो गया विपक्ष का नामों-निशान

बीजेपी के लिये ये कितना खास मौका है, इस बात का अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि भूपेन्द्र द्विवेदी को पार्टी में शामिल करवाने के लिये खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान पहुंचे।

New Delhi, Oct 30 : एमपी में विधानसभा चुनाव के लिये बिगुल बज चुका है, इस चुनाव को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। ऐसे समय में एमपी में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो चुकी है, लेकिन इस सियासी दंगल में बीजेपी ने कांग्रेस को अशोक नगर जिले में करारी पटखनी दे दी है। गुना सीट से सांसद और सीएम के दावेदार कहे जा रहे ज्योतिरादित्य सिधिंदाय के करीबी रहे ईसागढ नगर परिषद के अध्यक्ष भूपेन्द्र द्विवेदी ने बीजेपी का दामन थाम लिया है, सिर्फ नगर परिषद अध्यक्ष ही नहीं बल्कि पूरी पंचायत के सारे कांग्रेस पार्षद बीजेपी में शामिल हो गये हैं, वहां विपक्ष का नामो-निशान खत्म हो गया है।

सीएम ने कराया बीजेपी में शामिल
बीजेपी के लिये ये कितना खास मौका है, इस बात का अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि भूपेन्द्र द्विवेदी को पार्टी में शामिल करवाने के लिये खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद प्रभात झा और मंत्री नरेत्तम मिश्रा मौजूद रहे। रविवार देर रात भूपेन्द्र द्विवेदी के साथ नगर परिषद ईसागढ के सभी 11 कांग्रेसी पार्षदों ने बीजेपी की सदस्यता ले ली।

कांग्रेस का सूपड़ा साफ
मालूम हो कि ईसागढ नगर परिषद में कुल 15 पार्षद हैं, अब तक 4 पार्षद बीजेपी के थे, जबकि 11 कांग्रेस से थे, लेकिन अब कांग्रेस के सभी 11 पार्षदों ने बीजेपी की सदस्यता ले ली है। सभी पार्षदों के बीजेपी ज्वाइन करने से कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। भूपेन्द्र द्विवेदी के साथ उनकी पत्नी और पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष वंदना द्विवेदी ने भी बीजेपी ज्वाइन कर लिया है।

टिकट ना मिलने से नाराज
एमपी बीजेपी से जुड़े एक सूत्र ने दावा किया कि भूपेन्द्र द्विवेदी ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास हुआ करते थे, वो अपने लिये चंदेरी सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन सिंधिया दरबार में जब उनकी बात को तवज्जो नहीं दी गई, तो नाराज होकर उन्होने सिंधिया दरबार और कांग्रेस छोड़ने का फैसला लिया, अब वो बीजेपी की शरण में आये हैं, उन्हें पार्टी में लाने में प्रभात झा और नरेन्द्र सिंह तोमर की बड़ी भूमिका रही है।

15 साल का वनवास
मालूम हो कि कांग्रेस पिछले 15 सालों से एमपी में वनवास काट रही है, इस बार कहा जा रहा है कि कांग्रेस और बीजेपी में कांटे की टक्कर होगी, लेकिन अब चुनाव से पहले ही अशोक नगर जिले में कांग्रेस को झटका लगा है। भूपेन्द्र द्विवेदी को जनाधार वाला नेता माना जाता है, इनका पकड़ इस इलाके में इतनी मजबूत है कि कभी सीएम शिवराज सिंह की रैलियों के बावजूद इनके तिलस्म को तोड़ा नहीं जा सका था, वो पुरानी कांग्रेसी रहे हैं, लेकिन टिकट बंटवारे से नाराज होकर बीजेपी का दामन थाम लिया है।