परिजन 14 साल से लड़की समझ कर रहे थे पालन-पोषण, जब टेस्ट हुआ तो पैरों तले खिसक गई जमीन

परिवार वालों ने उसका नाम भी अर्चना (काल्पनिक नाम) लड़की जैसा रखा हुआ था, लेकिन पिछले कुछ समय से वो लड़कों जैसी हरकतें करने लगा।

New Delhi, Oct 30 : बिहार के जहानाबाद जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, दरअसल यहां एक परिवार के लोग अपने लड़के को लड़की समझ पिछले 14 साल से रख रहे थे, बाद में जब डॉक्टरों ने उसका परीक्षण किया, तो परिवार वालों के पैरों तले जमीन खिसक गई, दरअसल घर वाले जिसे लड़की समझ रहे हैं, असल में वो लड़का था, आईजीआईएमएस के जेनेटिक साइंस विभाग के डॉक्टरों ने एक लड़के में लड़की के विकृत अंग को तीन चरण में ऑपरेशन करके सुधार दिया है।

लड़की की तरह कर रहे थे पालन-पोषण
बिहार के जहानाबाद जिले के निवासी अर्चना (काल्पनिक नाम) के परिवार वाले अपने लड़के को पिछले 14 सालों से लड़की समझ उसका पालन-पोषण कर रहे थे, यहां तक कि घर वाले उसका पहनावा भी लड़कियों की तरह कर रहे थे, क्योंकि उसे स्तन के साथ-साथ पेशाब का रास्ता भी लड़कियों की तरह ही था। हालांकि डॉक्टरी जांच में पता चला कि उसका हाइड्रोसील पेट के अंदर है।

परिजनों ने नाम भी लड़की वाला रखा
यहां तक की परिवार वालों ने उसका नाम भी अर्चना (काल्पनिक नाम) लड़की जैसा रखा हुआ था, लेकिन पिछले कुछ समय से वो लड़कों जैसी हरकतें करने लगा, जिसके बाद परिवार वालों को उसकी हरकतों पर शक होने लगे, अपने शक को दूर करने के लिये घर वाले उसे डॉक्टर के पास लेकर गये, जहां सच्चाई सामने आई, कि अर्चना लड़की नहीं बल्कि लड़का है।

डॉक्टरों ने की जांच
परिजन अर्चना को लेकर आईजीआईएमएस पहुंचे, जहां उन्होने डॉक्टरों को पूरी बात बताई, जिसके बाद डॉक्टरों ने उसकी गहनता से जांच की और पाया कि घर वाले जिसे लड़की समझ पिछले 14 साल से पालन-पोषण कर रहे थे, वो असल में लड़का है, डॉक्टर विनीत कुमार ने जानकारी दी, कि अर्चना के शरीर की जेनेटिक और हार्मोनल जांच की गई, जिसमें पता चला कि वो पुरुष है और विकृत जननांग की वजह से उसकी स्थिति लड़कियों जैसी दिखती थी।

विकृत अंग को छुपाना नहीं चाहिये
डॉ. विनीत कुमार ने कहा कि यदि किसी बच्चे के शरीर में विकृत अंग है, तो परिजनों को उसे छुपाने के बजाय उसका समुचित इलाज करवाना चाहिये, अर्चना के मामले में डॉक्टरों की एक टीम में मिलकर तीन चरणों में उसका ऑपरेशन किया, जिसके उसके विकृत अंग में सुधार हो गया, अस्पताल में भर्ती लड़की की स्थिति अब सामान्य है, उम्मीद की जा रही है, कि जल्द ही उसे अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी।