भारत-पाक वार्ता रद्द होने पर बोले सेना प्रमुख, मोदी सरकार का फैसला सही, एक और सर्जिकल स्ट्राइक की जरुरत

सेना प्रमुख बिपिन रावत ने मोदी सरकार के उस फैसले का भी समर्थन किया था, जिसमें भारत ने भारत के साथ विदेश मंत्री स्तर की वार्ता रद्द कर दी है।

New Delhi, Sep 25 : सेना प्रमुख बिपिन रावत ने सोमवार को कहा कि एलओसी के पार स्थित आतंकी ठिकानों पर फिर से एक सर्जिकल स्ट्राइक की जरुरत है। दरअसल सेना भारतीय सेना प्रमुख से सवाल किया गया था कि क्या एक और सर्जिकल स्ट्राइक की आवश्यकता है, जिस पर बिपिन रावत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात को देखते हुए कार्रवाई की जानी चाहिये। इंडिया टुडे चैनल को दिये इंटरव्यू में सेना प्रमुख ने कहा कि मेरा मानना है कि एक और कार्रवाई की जरुरत है, लेकिन मैं ये खुलासा नहीं करना चाहता, कि हम इसे कैसे अंजाम देना चाहते हैं।

सरकार का समर्थन
आपको बता दें कि 2 साल पहले 29 सितंबर को भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था, तब भारतीय सेना ने कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर सुरक्षित अपनी सीमा में लौट आया था। इसके साथ ही सेना प्रमुख बिपिन रावत ने मोदी सरकार के उस फैसले का भी समर्थन किया था, जिसमें भारत ने भारत के साथ विदेश मंत्री स्तर की वार्ता रद्द कर दी है।

पाक विदेश विदेश मंत्री ने क्या कहा ?
पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि पाक के साथ भारत की बातचीत की अनिच्छा के बावजूद पाकिस्तान क्षेत्र में शांति को बढावा देने के अपने प्रयास को नहीं रोकेगा। पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने ये बयान नई दिल्ली द्वारा न्यूयॉर्क में विदेश मंत्री स्तरीय बातचीत रद्द किये जाने के कुछ दिन बाद किया है। पाकिस्तान भारत से लगातार बातचीत की पहल कर रहा है।

पहले आतंकवाद पर नकेल
भारत ने पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में कहा है कि पहले पाकिस्तान आतंकवाद को पनाह देना बंद करे, इसके बाद ही कोई भी बातचीत संभव हो सकेगी। आपको बता दें कि पिछले सप्ताह बीएसएफ जवान की हत्या के बाद उसके शव के साथ बर्बरता की गई, बीएसएफ जवान की हत्या करने के बाद उसके शव को क्षत-विक्षत करने का आरोप पाकिस्तानी रेंजर्स पर लगा, जिसके बाद भारत ने तुरंत पाक से वार्ता रद्द कर दिया। हालांकि पाकिस्तान ने प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि इसमें पाक सेना का कोई हाथ नहीं है, और भारत के रवैये को अहंकार से भरा बताया।

इमरान खान ने लिखा था पत्र
आपको बता दें कि पाकिस्तान नवनिर्वाचित पीएम इमरान खान ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर बातचीत का न्योता दिया था, लेकिन भारत ने पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में कहा कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकता। पहले आतंकवाद पर कार्रवाई करें, उन्हें पनाह देना बंद करें, उसके बाद बातचीत होगी। मोदी सरकार के इस जवाब के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है, वो लगातार मोदी सरकार और भारत पर तरह-तरह के आरोप लगा रहा है।