सेना प्रमुख ने पाक को दी चेतावनी, गलत हरकतों से बाज आएं, नहीं तो दूसरे विकल्प खुले हैं

सेना प्रमुख ने सीधे शब्दों में कहा कि पाकिस्तान के आतंक फैलाने वाले मंसूबे कभी भी कामयाब नहीं होंगे, पाक भी इस बात को अच्छी तरह से जानता है।

New Delhi, Oct 28 : भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने एक बार फिर से पड़ोसी मुल्क पाक को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वो अपनी हरकतों से बाज आ जाए, नहीं तो भारतीय सेना दूसरे एक्शन भी ले सकती है। शनिवार को पाक को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देते हुए बिपिन रावत ने कहा कि अगर इस्लामाबाद सीमा पार से आतंकवाद को समर्थन देना जारी रहा, तो भारतीय सेना के पास कार्रवाई के दूसरे विकल्प भी हैं।

पाक के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे
सेना प्रमुख ने सीधे शब्दों में कहा कि पाकिस्तान के आतंक फैलाने वाले मंसूबे कभी भी कामयाब नहीं होंगे, पाक भी इस बात को अच्छी तरह से जानता है, पड़ोसी मुल्क कश्मीर में विकास को रोकना चाहता है, लेकिन भारत सरकार और सेना उनके मकसद को कभी कामयाब होने नहीं देगी।

अपनी जमीन की रक्षा करने में सक्षम
इन्फैंट्री डे के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में पत्रकारों से बात करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि पाक को ये अच्छी तरह पता है कि वो कभी अपने इरादों में सफल नहीं हो सकता, इसलिये वो आतंक के माध्यम से उकसावे वाली कार्रवाई करता है। पाकिस्तान कश्मीर में विकास को अवरुद्ध करना चाहते हैं, लेकिन भारतीय सेना हर चीज का मुकाबला करने में साम्थर्य हैं, हम पूरी तरह से विभिन्न विकल्पों के लिये भी तैयार हैं, हम अपनी जमीन की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम हैं, कोई भी ताकत से या किसी दूसरे तरीके से भारत के किसी भी हिस्से को हमसे नहीं छिन सकता है।

2016 जैसा सर्जिकल स्ट्राइक कर सकती है सेना
हालांकि सेना प्रमुख ने इस बारे में कुछ भी नहीं बताया कि वो किस तरह के संभावित एक्शन की बात कर रहे हैं, साल 2016 में पाकिस्तानी आतंकियों ने कश्मीर के उरी में सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया था, जिसके बाद भारत ने एलओसी पार कर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था, भारतीय सेना ने 28 सितंबर 2016 की रात को एलओसी पार कर आतंकियों के कई लांच पैडों को तबाह कर दिया था, इसमें कई आतंकवादी भी मारे गये थे।

कश्मीर कोई नहीं छीन सकता
सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पाक को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढावा देने और भोले-भाले लोगों को उकसाने से बाज आने को कहा, पाक द्वारा सीमा पार से आतंकवाद को सहयोग देने पर बिपिन रावत ने कहा कि 1971 में करारी शिकस्त के बाद से पड़ोसी देश छद्मयुद्ध का सहारा ले रहा है, पाक का मकसद छद्मयुद्ध के जरिये भारतीय सेना को उलझाये रखना है, लेकिन मैं आपको आश्वस्त करता हूं, कि भारतीय सेना कश्मीर को देश का हिस्सा बनाये रखने में सक्षम हैं, कोई भी अन्य ताकत इसे किसी भी तरीके से हमसे नहीं छीन सकता, क्योंकि कानूनी तौर पर भी जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।