स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी ने तोड़ी चुप्पी, बीजेपी में रहूंगी, कही ऐसी बात

sanghmitra maurya

पहले स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में जाने पर जारी सियासी बहस के बीच बेटी संघमित्रा मौर्य ने कहा कि किसी नेता का बच्चा अगर क्षेत्र में लगा रहता है, जनता की सेवा करता है, तो उसको देखना चाहिये।

New Delhi, Jan 22 : यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासत उफान पर है, योगी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौरय के सपा में शामिल होने के बाद अब इस बात की चर्चा होने लगी है कि क्या उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य भी पाला बदलेंगी, क्या उन्होने अपर्णा यादव के बहाने बहू-बेटी वाले बयान से बीजेपी पर हमला बोला, इन अटकलों पर बदायूं से बीजेपी सांसद संघमित्रा ने विराम लगा दिया है, उन्होने कहा कि पिताजी सपा में चले गये हैं, तो जरुरी नहीं कि मैं भी चली जाऊं, देश और प्रदेश की राजनीति में बहुत अंतर है, मैं उनकी बेटी होने के नाते उनके साथ खड़ी रहूंगी और जहां राजनीति की बात होगी, तो मैं अपनी पार्टी के साथ खड़ी रहूंगी, इस तरह से संघमित्रा मौर्य ने इशारा कर दिया कि फिलहाल वो बीजेपी नहीं छोड़ने वाली हैं।

राजनीतिक गुरु
यूपी चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में जाने पर जारी सियासी बहस के बीच बेटी संघमित्रा मौर्य ने कहा कि किसी नेता का बच्चा अगर क्षेत्र में लगा रहता है, जनता की सेवा करता है, तो उसको देखना चाहिये, पिताजी ने अपने बेटे के लिये कभी टिकट नहीं मांगा, वो कभी अपने और हम लोगों के लिये नहीं लड़े, बल्कि वो हर उस व्यक्ति के लिये लड़े हैं, जो पायदान के आखिरी पड़ाव पर खड़ा है, वो मेरे पिता के साथ-साथ राजनीतिक गुरु भी हैं।

बीजेपी में रहूंगी
सियासी अटकलबाजियों पर विराम लगाते हुए बदायूं से बीजेपी सांसद ने कहा कि पिताजी सपा में चले गये हैं, तो जरुरी नहीं कि मैं भी चली जाऊं, देश और प्रदेश की राजनीति में बहुत अंतर होता है, मैं 2022 क्यों, BJP rally मैं हमेशा बीजेपी के साथ रहने की बात करती हूं, सांसद होते हुए जो जिम्मेदारी दी जाती है, उसे बखूबी निभाती हूं और आगे भी निभाऊंगी।

बेटी की तरह मानते हैं मोदी
अपर्णा यादव के बीजेपी में शामिल होने के बाद दिये अपने बयान पर उन्होने कहा कि मैंने उन सलाहकारों पर निशाना साधा, जिनके पास कोई काम नहीं है, घर बैठे सोशल मीडिया से निशाना साधते हैं, पिता जाता है, तो बेटी पर वार होता है, बहू आती है, तो सम्मान, सभी बहन-बेटियों को एक समान देखना चाहिये, बीजेपी में बेटी-बहू में अंतर नहीं है, पीएम तो बेटी की तरह मानते हैं, हम लोगों के साथ बीजेपी में बेटी-बहू का अंतर नहीं होता, ये वो लोग करते है, जिनके पास काम नहीं है, मैं उनकी बेटी होने के नाते उनके साथ खड़ी रहूंगी, जहां राजनीति की बात होगी, तो पार्टी के साथ खड़ी रहूंगी। पिछले दिनों संघमित्रा ने कहा था, स्वामी प्रसाद मौर्य हमेशा पिछड़ों के नेता रहे हैं, और ये भारी जन समर्थन उसका गवाह है, बदायूं की सांसद ने आगे कहा, पिताजी का फैसला उनका निजी फैसला है, लेकिन राजनीति में हमेशा संभावनाएं होती है, बीजेपी सांसद ने कहा कि अभी मैं 2024 तक बीजेपी की सांसद हूं, आगे क्या होगा कहा नहीं जा सकता।