यूपी पेपर लीक- अकूत संपत्ति का मालिक निकला DIOS ब्रजेश मिश्रा, शिक्षा विभाग से खूब की कमाई

Brajesh-Mishra

प्रयागराज में 2007 से 2009 तक बीएसए के पद पर तैनाती के दौरान ही उन्होने इस कोठी को खरीदा था, इस तैनाती के दौरान एक और बात सामने आई है कि तत्कालीन डीएम आशीष कुमार गोयल ने करप्शन के मामले में उनके आवास पर छापेमारी की थी।

New Delhi, Mar 31 : यूपी बोर्ड परीक्षा में इंटरमीडिएट की इंग्लिश पेपर लीक मामले में गिरफ्तार डीआईओएस बलिया ब्रजेश मिश्रा के मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं, शिक्षा विभाग में भ्रष्ट और दागी छवि के अधिकारी के रुप में बृजेश मिश्रा की गिनती होती है, डीआईओएस बृजेश के पास अकूत संपत्ति का भी खुलासा हुआ है, उनके पास प्रयागराज के सिविल लाइन के रिहाइशी इलाके में करोड़ों रुपये की कोठी है, ये कोठी सिविल लाइन के हनुमान मंदिर के बगल में स्थित है।

घर पर छापेमारी
ऐसी जानकारी दी गई है, कि प्रयागराज में 2007 से 2009 तक बीएसए के पद पर तैनाती के दौरान ही उन्होने इस कोठी को खरीदा था, इस तैनाती के दौरान एक और बात सामने आई है कि तत्कालीन डीएम आशीष कुमार गोयल ने करप्शन के मामले में उनके आवास पर छापेमारी की थी, हालांकि वहां से कैश बरामद नहीं हुआ था, लेकिन पूरे मामले में किरकिरी बहुत हुई थी।

सांठ-गांठ के लिये जाने जाते हैं
बृजेश मिश्रा शिक्षा विभाग में अपने सांठ-गांठ के लिये भी जाने जाते हैं, प्रयागराज के अलावा प्रतापगढ, हरदोई, जौनपुर में भी इनकी तैनाती रही है, हरदोई में बीएसए रहते हुए बृजेश के पास डीआईओएस का भी चार्ज था, rupee new यहां पर मनमाने ढंग से बोर्ड परीक्षा के केन्द्र बनाने तथा शिक्षक भर्ती मामले में भी फंसे थे, लेकिन ऊंची पहुंच और रसूख की वजह से बृजेश हमेशा ही शिक्षा विभाग में मलाइदार पदों पर रहे ।

बिहार के रहने वाले
बलिया में डीआईओएस पद पर तैनाती से पहले प्रयागराज में सहायक शिक्षा निदेशक पत्राचार के पद पर तैनाती थी, मूलतः बिहार के रहने वाले बृजेश मिश्रा के पास बिहार में शॉपिंग मॉल होने की सूचना मिली है, यूपी बोर्ड पेपर लीक मामले में सीएम योगी ने एसटीएफ को जांच के आदेश दिये हैं, एसटीएफ अब तक मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, मामले में जहां रासुका के तहत कार्रवाई करने की बात कही जा रही है, वहीं आरोपियों की संपत्ति भी यूपी एसटीएफ के निशाने पर है, जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली योगी सरकार जिस तरह से इस मामले में सख्त कार्रवाई कर रही है, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में डीआईओएस बृजेश मिश्रा की मुश्किलें बढ सकती है।