बुराड़ी मामला : घर में मिले एक और रजिस्‍टर से सच आया सामने, कुछ काम ना करने पर घरवालों को मिलती थी ऐसी सजा

बुराड़ी में 11 मौतों की मिस्‍ट्री सुलझते-सुलझते फिर उलझ जा रही है । तांत्रिक, हत्‍या की कोशिश, मानसिक बीमारी जैसी कई अटकलों के बीच परिवार का एक और सच सामने आया ।

New Delhi, Jul 07 : एक दिन पहले हंसता खेलता परिवार अगली ही रात में ऐसा क्‍या फैसला कर लेता है कि सारे सदस्‍य एक साथ फांसी के फंदों पर झूल जाते हैं । किसी फिल्‍मी सस्‍पेंस कहानी जैसी हो गई है बुराड़ी के भाटिया परिवार की डेथ मिस्‍ट्री । लोगों को समझ नहीं आ रहा कि आखिर परिवार में ऐसी कौन सी परेशानी चल रही थी जो इतना बड़ा कदम उठा लिया गया और पुलिस अब तक ये नहीं समझ पा रही है कि 11 लोगों के सुसाइड का ये पूरा कांड रचा कैसे गया ।

घर से मिला है एक और रजिस्‍टर
पुलिस को घर की जांच के दौरान एक और रजिस्‍टर मिला है । इस रजिस्‍टर से एक और सच का खुलासा हुआ है । अब तक मिली जानकारी के  अनुसार घर में रहने वाले ललित भाटिया खुद के ऊपर पिता की आत्‍मा आने की बात कहते थे । इस रजिस्‍टर में उन पर आई आत्‍मा द्वारा कुछ कामों को ना करने पर दी जाने वाली सजा का ब्‍यौरा दिया गया ।

ऐसे दी जाती थी सजा
रजिस्‍टर में कुछ काम ना करने पर सजा के रूप में छत पर सोना, मोबाइल ना देखना, बिना कूलर पंखे के सोना जैसी सजा दी जाती थी । कहा जाता था कि ऐसा उनके पिता जी का निर्देष है और ये बात सबको माननी होगी । ललित खुद सजा के रूप में 15-15 दिन तक छत पर सोता था । ललित ने ये बात बाहर के कुछ लोगों को भी बताई थी और परेशानी होने पर वो उनका समाधान करने की बात भी कहता था ।

भलाई के उपदेश देता था ललित
पिता की मौत के बाद सदमें में ललित की आवाज चली गई थी । बताया जाता है तब भी उसने इसी आभास के साथ पूजा पाठ और कर्म किए थे कि उसे उसके पिता ये सब बताते हैं । तीन सालों में जब उसकी आवाज लौटी तो उसने पूरे परिवार को खुद पर पिता के आतमा के आने की बात कही । तब से घर में आतमा के निर्देशों का पालन किया जाता था । ललित दूसरों को भी भलाई के ही उपदेश देता था ।

समृद्ध और पढ़ा लिखा था परिवार
बुराड़ी का रहने वाला ये भाटिया परिवार आस पड़ोस के लोगों के बीच बिलकुल भी चिंता का कारण नहीं रहा । सभी के बीच घुल-मिलकर रहने वाले इस परिवार के किसी भी सदस्‍य पर किसी को जरा सा भी शक नहीं था, कि इनके परिवार में कुछ ऐसा भी हो सकता है । हालांकि भाटिया परिवार के श्तिेदार पुलिस की इस थ्‍योरी को अब भी मानने के लिए तैयार नहीं है कि परिवार के ही किसी सदस्‍य ने सभी को खुदकुशी के लिए तैरूार किया है या फिर ये सब प्‍लान कर अंजाम दिया है ।