दौड़ती ट्रेन में ना झेलनी पड़े शर्मिंदगी, इसलिये बिहारी लड़की ने किया रेल मंत्री को ट्वीट, हो रहा वायरल

Richa Rajput

कुछ महीने पहले ऋचा सिंह राजपूत ट्रेन में सफर कर रही है, तभी उन्हें लगा कि रनिंग ट्रेन में टीटीई के पास सेनेटरी पैड का इंतजाम होना चाहिये।

New Delhi, Jan 25 : बिहार के सहरसा की रहने वाली ऋचा सिंह राजपूत इन दिनों सुर्खियों में हैं, दरअसल उन्होने भारतीय रेल में सफर के दौरान सेनेटरी नैपकिन के इंतजाम को लेकर रेल मंत्री और रेल मंत्रालय को ट्वीट किया है, जिसके बाद से लोग ऋचा के बारे में बात कर रहे हैं। दरअसल कुछ महीने पहले ऋचा सिंह राजपूत ट्रेन में सफर कर रही है, तभी उन्हें लगा कि रनिंग ट्रेन में टीटीई के पास सेनेटरी पैड का इंतजाम होना चाहिये, ताकि कभी किसी लड़की या महिला को इसकी जरुरत पड़े, तो आसानी से उपलब्ध हो जाए, उन्हें शर्मिंदगी का सामना ना करना पड़े।

ऋचा का एक्सपीरिएंस
एक लीडिंग वेबसाइट से बात करते हुए ऋचा ने बताया कि कुछ महीने पहले वो ट्रेन में सफर कर रही थी, तभी उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि उनके पीरियड्स आ गये हैं, Trainहालांकि जब उन्होने चेक किया, तो ऐसा नहीं था। लेकिन तभी उनके मन में ये विचार आया कि अगर रनिंग ट्रेन में उनकी पीरियड्स आ जाते, तो क्या होता, क्योंकि उनके पास तो पैड्स भी नहीं थे।

रेल मंत्री को किया ट्वीट
इसी अनुभव को ऋचा ने जिम्मेदार लोगों के सामने लाने की सोची, जिसके बाद उन्होने रेल मंत्री पीयूष गोयल और रेल मंत्रालय को ट्वीट किया, Piyush Goelउन्होने दोनों को सुझाव देते हुए कहा कि ट्रेन में टीटीई के पास सेनेटरी पैड के इंतजाम होने चाहिये, ताकि अगर कोई महिला या लड़की को रनिंग ट्रेन में पीरियड्स आते हैं, तो उन्हें शर्मिंदा ना होना पड़े।

खराब एक्सपीरियंस
बिहार की इस लड़की ने बताया कि इससे पहले भी उनका अनुभव काफी खराब रहा है, उन्हें एक बार पता चला था कि बिहार के जिस इलाके से वो विलांग करती हैं, Richaवहां की महिलाएं पीरियड्स में राख और कपड़े का इस्तेमाल करती है। जिसके बाद उन्होने उन लड़कियों और महिलाओं से बात करने की कोशिश की, कि वो पैड्स का इस्तेमाल करें।

कौन है ऋचा सिंह राजपूत ?
आपको बता दें कि ऋचा सिंह राजपूत बिहार के सहरसा जिले के सहसोल गांव की रहने वाली है, उनकी मां नूतन सिंह और पिता राकेश कुमार सिंह दोनों एडवोकेट हैं, Richa Rajput1वो तीन बहनों में सबसे बड़ी हैं। ऋचा ने 12 वीं तक की पढाई मधेपुरा से की है, फिर वो पटना के ए एन कॉलेज से पढाई की हैं, उन्होने डिजास्टर मैनेजमेंट में डिप्लोमा भी हासिल किया है, साथ ही वो साल 2015 में मिस बिहार दीवा रह चुकी हैं।

बिजनेस की कमाई से पैड खरीदकर बांट रही
ऋचा सिंह राजपूत का द केदार हाउस नाम का खुद का फर्म है, जिसमें वो हैंडक्राफ्ट्स, मधुबनी पेंटिग्स और सोशल वर्क जैसे सब्जेक्ट पर काम करती हैं, Richa Rajput2इस बिजनेस से उन्हें जो भी कमाई होती है, उस पैसे से वो पैड्स खरीदकर लड़कियों और महिलाओं के बीच बांट देती है, ताकि लड़कियां और महिलाएं इसे इस्तेमाल करना सीखें।

नहीं मिल रही कोई मदद
पूर्व बिहार दीवा ने बताया कि फिलहाल उनसे जो बन रहा है, उससे वो काम कर रही है, उन्हें कहीं से किसी भी तरह की मदद नहीं मिल रही है, Richa4वो चाहती हैं कि लड़कियों और महिलाओं की मदद के लिये दूसरे लोग भी आगे आएं, ताकि उन्हें कम परेशानी का सामना करना पड़े।

महिलाओं के बीच जाकर देती हैं डेमो
ऋचा सिंह राजपूत ने बताया कि वो गांव-गांव घूमती है, वहां पर महिलाओं और लड़कियों के बीच जाकर उन्हें डेमो देती हैं, Richa1वो उन्हें बताती हैं कि पीरियड्स के दौरान हाइजीन और पैड्स के इस्तेमाल से वो बीमारियों से बची रहेंगी, इसलिये वो उन्हें इसके इस्तेमाल के लिये कहती हैं।

हर लिहाज से सुरक्षित
उन्होने बताया कि गांव में कई लड़िकयां और महिलाएं कहती हैं कि वो इसलिये पैड्स का इस्तेमाल नहीं करती, क्योंकि उनके मुताबिक पैड्स पैतले होते हैं, Richa23उन्हें दाग लगने का डर रहता है, इसके लिये ऋचा खुद पानी लेकर महिलाओं और लड़िकयों को डेमा दिखाती है, उन्हें बताती हैं कि ये हर लिहाज से सुरक्षित है।