कैप्टन अमरिंदर सिंह से पूछा गया, जब आपने पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा दिया, और संकेत दिया कि कांग्रेस से अलग होकर आप नई पार्टी बनाएंगे, तो क्या सोनिया गांधी ने आपसे बात की।
New Delhi, Nov 22 : पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज कार्यक्रम के दौरान 2017 के घोषणा पत्र के वादों को पूरा करने के साथ ही अपनी नई पार्टी को लेकर योजनाओं के बारे में भी बात की। इसके साथ ही एक बार फिर उन्होने पंजाब की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंताओं को जाहिर किया, वहीं इस कार्यक्रम के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस बात का खुलासा किया, कि सोनिया गांधी ने पहले उनके इस्तीफे की पेशकश को ठुकरा दिया था, लेकिन कुछ दिनों बाद ही फोन कर कहा, कि मैं इस्तीफा दे दूं।
क्या कहा
इंडियन एक्सप्रेस के कार्यक्रम के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह से पूछा गया, जब आपने पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा दिया, और संकेत दिया कि कांग्रेस से अलग होकर आप नई पार्टी बनाएंगे, तो क्या सोनिया गांधी ने आपसे बात की, या फिर राहुल या प्रियंका गांधी ने आपसे संपर्क किया, तो उन्होने जवाब देते हुए कहा, मैंने तीन-चार हफ्ते पहले ही बात करते हुए सोनिया गांधी को इस्तीफे की पेशकश की थी, मैंने उनसे कहा कि अब मैं ये जिम्मेदारी नहीं उठा सकता, उन्होने मुझसे पूछा क्यों, इस पर मैंने कहा, कि क्योंकि नवजोत सिंह सिद्धू और मैं अलग-अलग चल रहे हैं, मेरे ये कहने पर सोनिया गांधी ने मुझे इस्तीफा देने से रोका।
फिर फोन आया
अमरिंदर सिंह ने बताया कुछ दिनों बाद एक सुबह सोनिया गांधी ने मुझे फोन किया और कहा कि मैं इस्तीफा दे दूं, इस पर मैंने कहा कि मैंने तो आपको अपना इस्तीफा पहले ही पेशकश किया था, जिसके जवाब में उन्होने सिर्फ आई एम सॉरी कहा। कैप्टन ने कहा उनको लगता है कि मेरी रिटायर होने की उम्र हो गई है, जबकि मुझे ऐसा नहीं लगता है, मेरे अंदर अभी भी बहुत कुछ बाकी है, मैं लड़ूंगा और अपने राज्य पंजाब के लिये लड़ूंगा, मैं देश विरोधी तत्वों से लड़ूंगा।
इशारों में तंज
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने सीमापार से आतंकवाद को बढावा दिये जाने तथा देश में अशांति फैलाने के इरादे से गोला-बारुद भारत में भेजे जाने का जिक्र करते हुए कहा कि उन हथियारों को देखिये, जो आ रहे हैं, ड्रोन, बम इनका उद्देश्य क्या है, पाकिस्तान की मंशा क्या है, ऑपरेशन ब्लू स्टार और आतंकवादी गतिविधियों के बाद 35 हजार पंजाबियों की जान गई, मैं नहीं चाहता, किसी और पंजाबी की जान जाए।