ना नेट कनेक्शन, ना वाई-फाई, अब LED बल्ब से मिलेगा सुपरफास्ट इंटरनेट

अब आपको सुपरफास्ट इंटरनेट के लिए ना तो नेट कनेक्शन की जरूरत होगी और ना हीा वाई-फाई की जरूरत पड़ेगी। अब LED बल्ब से आपको ये सुविधा मिलेगी।

New Delhi, Jan 29: आपने वाई-फाई टेक्नीक का नाम तो सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी लाई-फाई टेक्नीक का नाम सुना है ? अगर नहीं सुना है तो आज जान ही लीजिए, क्योंकि आने वाले वक्त में ये आपके लिए सुपरफास्ट इंटरनेट का सबसे जबरदस्त जरिया बनने जा रहा है। आइए इस बारे में आपको बता देते हैं कि कैसे एक LED बल्ब की मदद से आप इस काम को संभव कर सकेंगे।

भारत सरकार कर रही है काम
इस सोच को वास्तविकता में बदलने का काम भारत सरकार कर रही है। भारत सरकार इस तकनीक पर टेस्ट भी कर रही है। बताया जा रहा है कि हाला ही में इसे लेकर एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत एक टेस्ट किया गया।  इन्फर्मेशन ऐंड टेक्नॉलजी मिनिस्ट्री ने इस टेक्नीक का सफल टेस्ट किया है। इस टेक्नीक का नाम दिया गया है लाई-फाई टेक्नीक।

ऐसे काम करती है टेक्नोलॉजी
लाई-फाई टेक्नीक किस तरह से काम करती है, इस बारे में हम आपको बता रहे हैं। इसे लाइट फिडेलिटी का नाम दिया गया है। इसमें एलईडी बल्ब और लाइट स्पेक्ट्रम के जरिए काम किया जाता है। खास बात ये है कि 10 GB प्रति सेकंड की स्पीड से 1 किलोमीटर के क्षेत्रफल में हाई स्पीट डेटा ट्रांसफर किया जा सकता है। इसके बारे में सरकार ने कुछ खास बातें बताई हैं।

ऐसे मिलेगा सुपरफास्ट इंटरनेट
सरकार का कहना है कि देश के जिन इलाकों में बिजली है, लेकिन फाइबर ऑप्टिक्स नहीं है, वहां इस लाई-फाई टेक्नीक के जरिए इंटरनेट पहुंचाया जा सकता है। इस पायलट प्रोजेक्ट को नीना पाहुजा चला रही हैं। नीना पाहुजा मंत्रालय की स्वतंत्र साइंटिफिक सोसायटी एजुकेशन ऐेंड रिसर्च नेटवर्क की डायरेक्टर जनरल हैं। उन्होंने इस बारे में कुछ खास बातें बताई हैं।

नीना पाहुजा ने बताई खास बात
नीना पहुजा का कहना है कि ‘देश में आने वाले वक्त में बनने वाले स्मार्ट सिटीज में लाई-फाई टेक्नीक काफी काम की होगी। उनका मानना है कि स्मार्ट सिटीज में मॉडर्न सिटी मैनेजमेंट होगा और इसके लिए इंटरनेट काफी जरूरी होगा। इसमें कनेक्टेड रहने के लिए एलईडी बल्ब का इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसके अलावा इस प्रोजक्ट की कुछ और भी बातें हैं।

आईआईटी मद्रास में चल रहा है काम
नीना पाहुजा का कहना है कि इस पायलट प्रोजेक्ट पर आईआईटी मद्रास के साथ काम किया जा रहा है। इसमें एलईडी बल्ब बनाने वाली कंपनी फिलिप्स भी मददगार है। ERNET अब इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस, के साथ इस टेक्नीक का इस्तेमाल शहरों में करना चाहता है। फिलिप्स लाइटिंग इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर सुमित जोशी ने इस बारे में कुछ बातें बताई हैं।

सुमित जोशी ने बताई खास बात
सुमित जोशी का कहना है कि ‘लगातार नई टेक्नीक को लाए जाने की कोशिश हो रही हैं। उनका कहना है कि इस क्षेत्र में लगातार नई टेक्नोलॉजी पर काम किया जाएगा। लाई-फाई तकनीक की खोज 2 साल पहले यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग में मोबाइल कम्युनिकेशन के प्रोफेसर हैरल्ड हास ने की थी। उसके बाद गूगल और नासा जैसी संस्थाएं भी इस तकनीक पर काम कर रही हैं।