सीएम के साले और पूर्व सांसद की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, फिल्‍मों में भी किया था काम

आंधप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू के साले की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई । पुलिस के मुताबिक गाड़ी की गति बहुत ही तेज थी, टक्‍कर लगते ही वो गाड़ी से बाहर आकर गिर पड़े और बेहोश हो गए ।

New Delhi, Aug 29 : आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू के साले और टीडीपी के पूर्व सांसद नंदामूरी हरिकृष्णा की एक सड़क हादसे में मौत हो गई । हरिकृष्णा 61 वर्ष के थे और  आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए कावेली जा रहे थे । रास्‍त में ही उनकी कार तेलंगाना स्थित नलगोंडा हाइवे पर डिवाइडर से टकरा गई । घटना की जांच कर रहे अधिकारियों के मुताबिक कार काफी तेज गति में थी, जिसकी वजह से टक्कर लगते ही हरिकृष्णा ड्राइवर सीट से बाहर सड़क पर आ गिरे।

सिर पर आईं गंभीर चोटें
गाड़ी की तेज रफ्तार के कारण हरिकृष्‍णा सड़क पर आ गिरे और इस दौरान उनके सिर में गंभीर चोटें आयीं । बताया जा रहा है कि वो चोट लगने के बाद बेहोश हो गए, हादसे के बाद हरिकृष्णा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया ।  जहां बहुत कोशिश के बाद भी उन्‍हें बचाया नहीं जा सका । हरिकृष्‍णा का हादसे में बहुत ज्‍यादा खून बह गया था, सिर पर चोट भी बहुत गहरी थीं ।

कौन थे हरिकृष्‍णा ?
नंदामूरी हरिकृष्णा आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी के फाउंडर एनटीआर के बेटे थे । वो टीडीपी से सांसद भी रह चुके हैं । हरिकृष्‍ण फिल्‍मों में भी काम कर चुके हैं । अपने साले हरिकृष्णा की मौत पर आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने गहरा दुख व्यक्त किया है । नायडू के राजनीतिक करियर में हरिकृष्‍णा भी उनके अहम साथी बने रहे ।

बेटे की भी हुई थी सड़क दुर्घटना में मौत
इसे संयोग ही कहा जाएगा कि दिसंबर, 2014 में नंदामूरी हरिकृष्णा के बेटे जानाकिरण की भी इसी नलगोंडा इलाके में सड़क हादसे में मौत हुई थी । आज सुबह नंदामूरी हरिकृष्णा की कार भी लगभग उसी जगह के नजदीक ही हादसे का शिकार हुई । बहुत अधिक खूबन गह जाने के कारण हरिकृष्‍णा को बचाया नहीं जा सकता । इलाके के लोग उन्‍हें फौरन अस्‍पताल ले गए थे ।

परिवार में ये लोग हैं शामिल
नंदामूरी हरिकृष्णा के परिवार में उनकी पत्नी, बेटी सुहासिनी और बेटे कल्याण राम और नंदामूरी ताराका रामाराव शामिल हैं । साउथ की कई फिल्मों में काम करने के बाद नंदामूरी हरिकृष्णा ने राजनीति में उतरने का फैसला लिया था ।  साल 2008-2013 तक वो राज्यसभा सांसद भी रहे । सीएम उनके अंतिम दर्शन के लिए हैदराबाद रचाना हो चुके हैं ।