यूपी में सपा और बसपा के साथ कांग्रेस अध्यक्ष खुद गठबंधन के पक्ष में है, इसी वजह से वो खुद इस पूरे मामले पर नजर बनाये हुए हैं।
New Delhi, Aug 04 : 2019 लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में बीजेपी को रोकने के लिये सपा-बसपा और कांग्रेस महागठबंधन फाइनल हो गया है। कहा जा रहा है कि जल्द ही सीटों पर भी अंतिम फैसला ले लिया जाएगा। महागठबंधन का दावा है कि 2019 में यूपी में बीजेपी 5 सीटों से ज्यादा नहीं जीत पाएगी। कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों का दावा है कि महागठबंधन को लेकर तीनों दलों के बीच कई स्तर पर बातचीत हो चुकी है।
राहुल गांधी गठबंधन के पक्ष में
कहा जा रहा है कि यूपी में सपा और बसपा के साथ कांग्रेस अध्यक्ष खुद गठबंधन के पक्ष में है, इसी वजह से वो खुद इस पूरे मामले पर नजर बनाये हुए हैं। कांग्रेस का दावा है कि पार्टी को गठबंधन में सम्मानजनक सीटें दी जाएगी, इसके साथ ही कांग्रेस के सूत्र ने ये भी कहा कि मीडिया जो कयास लगा रही है, उससे कहीं ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। महागठबंधन यूपी से बीजेपी का सफाया कर देगी।
सोनिया गांधी के चुनाव लड़ने पर संशय
सूत्र का ये भी कहना है कि रायबरेली से सोनिया गांधी चुनाव लड़ेंगी या नहीं, इस पर अभी फैसला नहीं हो पाया है। इस संबंध में पार्टी अध्यक्ष राहुल राहुल ही कोई फैसला लेंगे। साथ ही सूत्र ने ये भी कहा कि अगर सोनिया गांधी स्वास्थ्य की वजह से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लेती हैं, तो उस सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा को उतारा जा सकता है, फिलहाल वो सक्रिय राजनीति में नहीं हैं।
मोदी को रोकना मकसद
कांग्रेस का फिलहाल एक ही मकसद है, किसी भी सूरत में मोदी को रोकना है, अगर यूपी में महागठबंधन हो गया, तो फिर बीजेपी के लिये दुबारा सरकार में आना आसान नहीं होगा। कांग्रेस के सूत्र ने ये भी दावा किया कि अगर लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 230 से कम सीटें मिलती है, तो नरेन्द्र मोदी किसी भी सूरत में दुबारा प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे, क्योंकि सहयोगी दल भी उनके रवैये से नाराज हैं।
शिवसेना से गठबंधन की उम्मीद नहीं
सूत्र ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों से गठबंधन करने के लिये तैयार हैं, लेकिन शिवसेना से गठबंधन की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि उनकी विचारधारा कांग्रेस से बिल्कुल अलग है। महाराष्ट्र में कांग्रेस एनसीपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती है, कांग्रेसी सूत्र का दावा है कि यूपी और बिहार की 120 सीटों पर बीजेपी इस बार बुरी तरह से हारेगी, साथ ही उससे पहले एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस की वापसी होगी।
विपक्षी दलों को एकजुट करने पर जोर
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने पार्टी को मजबूत करने के साथ-साथ सहयोगी दलों की ओर दोस्ती का हाथ बढा रहे हैं, आम चुनाव पर कांग्रेस की रणनीति साफ है, कि जहां हम कमजोर हैं, वहां दूसरे दलों को अपने साथ जोड़ेंगे, जिन प्रदेशों में कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है, या सत्ता में है, वहां कांग्रेस ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बाकी राज्यों में जहां पार्टी कमजोर है, वहां दूसरे दलों से गठबंधन कर बीजेपी के खिलाफ लड़ेंगे। ताकि उन्हें पटखनी दे सकें।