साहसी बेटी ने पेश की मिसाल, कराई मां की दूसरी शादी, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट

Sanhita

जयपुर में 25 साल की एक बेटी ने अपनी विधवा मां की दूसरी शादी करवाकर समाज में नई मिसाल पेश करने की कोशिश की है।

New Delhi, Jan 12 : राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक ऐसा वाकया हुआ है, जिसे जानकर हर कोई हैरान है या फिर तारीफ कर रहा है, दरअसल जयपुर में 25 साल की एक बेटी ने अपनी विधवा मां की दूसरी शादी करवाकर समाज में नई मिसाल पेश करने की कोशिश की है, हालांकि उनके लिये ऐसा करना आसान नहीं था, उन्हें अपने परिवार और रिश्तेदारों का विरोध भी झेलना पड़ा, लेकिन इसके बावजूद इस साहसी लड़की ने अपनी मां की दूसरी शादी करवा दी।

पिछले साल पिता का निधन
गुलाबी नगरी जयपुर में रहने वाली संहिता अग्रवाल के पिता मुकेश गुप्ता का 13 मई 2016 को निधन हो गया, वो 52 साल के थे, Dead Bodyअचानक साइलेंट अटैक से उनकी मौत होने के बाद पूरा बिखर सन्न रह गया। संहिता के मुताबिक उनके परिवार के लिये ये बहुत बड़ा सदमा था, क्योंकि उनके पिता बिल्कुल भी बीमार नहीं थे, लेकिन अचानक से उनके चले जाने की वजह से परिवार के लिये सन्न रह गये।

मां गीता अग्रवाल डिप्रेशन में चली गई
अचानक से पिता मुकेश गुप्ता के निधन से पूरा परिवार तो सदमे में था ही, उनकी मां गीता अग्रवाल बहुत दुखी थी, वो हर पल दुखी रहने लगी, Sanhita4जिसकी वजह से वो डिप्रेशन में चली गई। आपको बता दें कि संहिता की बड़ी बहन की शादी हो चुकी है, अब घर में मां के अलावा सिर्फ संहिता ही बची है, वो भी दिन भर ऑफिस में रहती है, इस वजह से गीता अकेलेपन की शिकार हो गई।

6 महीने बाद भी गम से नहीं उबरी मां
संहिता अग्रवाल ने बताया कि पिता मुकेश गुप्ता के निधन के 6 महीने बाद भी उनकी मां को कोई राहत नहीं मिली थी, Sanhita2वो बताती हैं कि मुझे वो दिन भी याद है, जब मैं ऑफिस से घर पहुंचती थी, तो गम में डूबी मुझे मेरी मां घर के बाहर सीढियों पर बैठी मिलती थी, वो इतनी गमजदा थीं, कि रात में अचानक नींद में मुझसे पूछती थी, कि पापा कहां हैं ? मैं उन्हें वापस सोने के लिये कह देती थी।

टीवी चलाकर सोने की नौबत
25 वर्षीय संहिता ने आगे बताते हुए कहा कि जयपुर के बाद उनकी जॉब गुड़गांव में लग गई, तो घर पर मां अकेली रह गई थीं। Sanhita6वो अकेलेपन से इस कदर परेशान हो गई थी कि रात के समय वो टीवी चलाकर सोने लगीं, ताकि उन्हें ऐसा महसूस हो कि वो अकेली नहीं है, घर में किसी और के होने का अहसास होता रहे।

मेट्रिमोनियल साइट पर रिश्ता
मां गीता अग्रवाल का अकेलापन बेटी को भी परेशान करने लगा, जिसके बाद उन्होने मेट्रोमोनियल वेबसाइट पर जाकर अपनी मां के लिये एक प्रोफाइल बना दी, फिर उनके लिये रिश्ते आने शुरु हो गये। इन्हीं में से एक 55 वर्षीय गोपाल गुप्ता शादी के लिये तैयार हो गये, लेकिन जब संहिता ने दूसरी शादी की बात अपनी मां को बताई, तो उन्होने ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया।

रेवेन्यू अधिकारी हैं गोपाल गुप्ता
संहिता ने अपनी मां की शादी जिस शख्स से करवाई है, वो बांसवाड़ा में रेवेन्यू अधिकारी के पद पर हैं, उनकी पहली पत्नी की मौत करीब सात साल पहले कैंसर से हो चुकी है, Sanhita5उसके बाद से वो अकेले रह रहे थे। अपना अकेलापन दूर करने से लिये उन्होने मेट्रिमोनियल साइट के जरिये अपने लिये दुल्हन तलाश रहे थे।

फिर ऐसे आगे बढी रिश्ते की बात
इसी बीच संहिता की मां गीता अग्रवाल के यूट्रस का मेजर ऑपरेशन हुआ, जैसे ही गोपाल गुप्ता को इसकी खबर मिली, Sanhita3तो रिश्ता तय ना होने के बावजूद वो अस्पताल पहुंच गये और गीता की तीमारदारी करने लगे। उनके इसी निस्वार्थ भाव की वजह से गीता अग्रवाल भी प्रभावित हो गई और फिर दोनों ने शादी करने का फैसला लिया।

रिश्तेदारों का विरोध
हालांकि इस संबंध में संहिता के परिजन और रिश्तेदारों ने उनके फैसले का खूब विरोध किया, वो लोग शादी में भी शामिल नहीं हुए। sanhita1इसके बावजूद दोनों ने अपने चुनिंदा रिश्तेदारों और दोस्तों की मौजूदगी में आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली और नई जिंदगी की शुरुआत कर दी।