जिस बेटी की शादी के लिये मां ने बेच दिया घर, उसने 60 रुपये दे सड़क किनारे छोड़ दिया

Old Women

एक बुजुर्ग महिला को उनकी शादी-शुदा बेटी 5 दिसंबर को छोड़कर भाग गई, करीब दो घंटे तक ये बुजुर्ग महिला मजार के पास ही बैठी रही, फिर किसी राहगीर ने फोन कर वृद्धाश्रम को सूचित किया।

New Delhi, Dec 11 : राजधानी लखनऊ के गोलागंज थाना क्षेत्र के एक मजार के पास से 85 साल की बुजुर्ग महिला मिली, इस बुजुर्ग को उनकी शादी-शुदा बेटी 5 दिसंबर को छोड़कर भाग गई, करीब दो घंटे तक ये बुजुर्ग महिला मजार के पास ही बैठी रही, फिर किसी राहगीर ने फोन कर हेल्पेज इंडिया संस्थान को सूचित किया, जो वहां पहुंची, तो बुजुर्ग महिला का इलाज के लिये अस्पताल लाया गया, महिला की साड़ी में 60 रुपये बंधे थे, इसके साथ ही उनके पास से कुछ जरुरी कागजात भी मिले। जिसके आधार पर संस्था के लोग महिला को उनके परिवार से मिलाने में जुट गये।

वृद्धा आश्रम में किया गया एडमिट
बुजुर्ग महिला का नाम मखाना देवी है, वो 5 दिसंबर 2017 की शाम को करीब 8 बजे राजधानी लखनऊ के गोलागंज में बने एक मजार के पास बेहोशी की हालत में पड़ी थीं, old-age-homesवहीं से गुजर रहे एक राहगीर ने उनकी हालत देख हेल्पेज इंडिया संस्था को इसके बारे में सूचना दी और उनकी मदद करने की गुहार लगाई, जिसके बाद संस्था के लोगों ने मखाना देवी को शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में दिखाया और ओल्ड एज होम में एडमिट करवा दिया।

महिला नहीं बता पा रही कुछ भी
हेल्पेज इंडिया संस्था के लोगों ने बताया कि बुजुर्ग महिला की हालत इतनी खराब थी कि वो अपने बारे में कुछ भी नहीं बता पा रही थी, old-age_homeराहगीर ने हमें उनके बारे में सूचना दी थी, जिसके बाद जब हम उनसे मिलने पहुंचे, तो देखा कि उनके दुपट्टे में 60 रुपये बंधे हुए थे। जब वहां से हम उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे, तो तभी उनके पैसे कहीं गिर गये, हमने ढूंढने की भरपूर कोशिश की, लेकिन वो पैसे नहीं मिले।

काफी समय से भूखी थी महिला
संस्था की सदस्य रश्मि मिश्रा ने कहा कि जब बुजुर्ग महिला को वृद्धा आश्रम लाया जा रहा था, तो उनकी हालत खराब थी, वो ठीक से बोल भी नहीं पा रही थी, womanउन्हें देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे उन्हें काफी दिनों से खाना-पीना ना मिला हो, वो काफी कमजोर दिख रही हैं। उनके वृद्धा आश्रम में एडमिट होने के दो दिन बाद हम उनसे फिर मिलने गये, तो वो पहले से बेहतर थी, वो बात भी करती हैं, साथ ही उनके पास दो प्लास्टिक के झोले भी मिले थे।

झोले से निकले पैसे
रश्मि मिश्रा ने बताया कि जब हमने उनके झोले को टटोला तो उसके अंदर से कई चीजें निकली, उसमें कुछ कपड़ों को अलावा, दवाइयां और एक बर्तन भी मिला है, Old Women1बैग के अंदर एक छोटा पॉलिथीन भी था, जिसके भीतर 940 रुपये कैश, दो केनरा बैंक की पासबुक साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसवीवाई) का कार्ड, बिजली बिल और राशन कार्ड की फोटो कॉपी मिली।

साजिश के तहत को नहीं छोड़ी गई बुजुर्ग मां ?
हेल्पेज इंडिया संस्था के लोगों ने बताया कि मखाना देवी को जिस हालत में गोलागंज के मजार से उठाकर वृद्धा आश्रम लाया गया था, Old Age home12साथ ही उनके पास से जो सामान मिले, उससे कई सवाल पैदा होते हैं, सवाल ये है कि इतनी शाम ठंड में ये महिला अपने घर से कैसे मजार के पास पहुंच गई। उनके पास से बर्तन, कपड़े और दवाई मिलने का क्या मतलब है, क्या महिला को किसी खास मकसद से मजार पर लाकर छोड़ा गया था ?

बुजुर्ग मां ने उठाया बेटी के जुल्मों से पर्दा
जब बुजुर्ग महिला का स्वास्थय दो दिनों बाद बेहतर हुआ, तो उन्होने संस्था के लोगों को बताया कि उनका नाम मखाना देवी है, Rupeesउनके पति दुर्गा प्रसाद अमीनाबाद के एक होटल में काम करते थे, अब उनकी मौत हो चुकी हैं, उनकी तीन बेटियां है, तीनों की शादियां मकान बेचकर की, तीनों अपने-अपने ससुराल में सुखी थे, लेकिन पति की मौत के बाद मेरा कोई सहारा नहीं था।

बड़ी बेटी ने मजार पर छोड़ा
बुजुर्ग महिला ने बताया कि मैं पिछले कुछ दिनों से अपनी बड़ी बेटी कुंवारी देवी के साथ उसके घर पर ही रह रही थी, daai-maa-6_1511265506लेकिन उसे मेरा रहना बोझ लग रहा था, जिसके बाद उसने मुझे गोलागंज के एक मजार पर लाकर छोड़ दिया, मैं वापस किसी भी बेटी के घर नहीं जाना चाहती, मखाना देवी ने कहा कि वो वृद्धा आश्रम में ही रहना चाहती हैं, वो किसी बेटी के घर नहीं रहना चाहती।

घर वालों की तलाश
हेल्पेज इंडिया संस्था के लोगों के अनुसार महिला के पास मिले डॉक्यूमेंट्स से उनके घर वालों को ढूंढा जा रहा था, Maa ki Vedna Inspirational Hindi Stories9 दिसंबर को उनकी दो बेटियों का संस्था में फोन आया, वो अपनी मां को अपने साथ ले जाना चाहती हैं, लेकिन संस्था ने फिलहाल उनकी तबियत की हवाला देकर कुछ दिन इंतजार करने को कहा, जबकि मखाना देवी ने कहा कि वो किसी के भी घर नहीं जाना चाहती हैं।