बेवफा पत्नी रिश्तेदार से बनाती थी शारीरिक संबंध, बदला लेने के लिये पति बन गया मोस्ट वांटेड अपराधी

Pradeep

गिरफ्तार करने के बाद कुख्यात अपराधी से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। हरियाणा के इस मोस्ट वांटेड ने पुलिस पूछताछ में कई हैरान करने वाले खुलासे किये हैं।

New Delhi, May 04 : दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने बहादुरगढ के हरियाणा यूथ कांग्रेस नेता मोनू जून की हत्या के मामले में मोस्ट वांटेड बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी अपराधी की पहचान प्रदीप सहरावत उर्फ बबलू (39 साल) के रुप में हुई है। दिल्ली पुलिस ने आरोपी के पास से दो पिस्टल और 6 जिंदा कारतूस बरामद किया है। आरोपी को पहले ही इस केस में भगोड़ा घोषित किया जा चुका था।

पुलिस ने दी जानकारी
दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट सीपी आलोक कुमार ने जानकारी दी, कि क्राइम ब्रांच को सूचना मिली, कि कांग्रेस नेता के हत्या मामले में आरोपी कुख्यात प्रदीप सहरावत अपने किसी साथी से मिलने के लिये मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास आने वाला है,Firing1 सूचना के आधार पर ही पुलिस टीम तैयार की गई। बदमाश को गिरफ्तार करने के लिये पुलिस ने जाल बिछाया, जिसमें प्रदीप सहरावत फंस गया।

पुलिस पूछताछ में किया खुलासा
गिरफ्तार करने के बाद कुख्यात अपराधी से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। हरियाणा के इस मोस्ट वांटेड ने पुलिस पूछताछ में कई हैरान करने वाले खुलासे किये हैं, Delhi Policeउसने पुलिस को बताया कि आखिर वो एक साधारण इंसान से कैसे क्राइम की दुनिया का कुख्यात बन गया। पुलिस के अनुसार पत्नी की बेवफाई ने उसे अपराधी बना दिया।

पत्नी बेवफा निकली
प्रदीप सहरावत उर्फ बबलू ने पुलिस को बताया कि साल 2000 में उसकी शादी हुई थी, वो काफी खुश था, सब कुछ अच्छा चल रहा था, Coupleलेकिन शादी के कुछ समय बाद ही उसे पता चला कि उसकी पत्नी और उसके एक रिश्तेदार के बीच शारीरिक संबंध है, इस बात से नाराज प्रदीप ने साल 2003 में अपनी पत्नी को तलाक दे दिया। उसने फिर से नई जिंदगी शुरु करने की कोशिश की, लेकिन विफल रहा।

पत्नी और रिश्तेदार की हत्या
पत्नी को तलाक देने के बाद प्रदीप सहरावत ने फिर से नई जिंदगी शुरु करने की कोशिश की, लेकिन वो तलाक देने के बाद भी अपनी पत्नी और रिश्तेदार को भूल नहीं पा रहा था। Murder1दोनों से बदला लेने के लिये वो प्लान बनाने लगा, साल 2008 में दोनों को सबक सिखाने के उसने हत्या कर दी, फिर यही से उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा।

जेल से छूटने पर गैंग ज्वाइन कर लिया
पत्नी और रिश्तेदार की हत्या के आरोप में प्रदीप सहरावत को जेल हो गई, दो साल जेल में बिताने के बाद वो बाहर आया। arrest1लेकिन सुधरने के बजाय वो अपने एक रिश्तेदार अनिल के संपर्क में आया, जो अपना गैंग चलाता था। उसके गैंग का नाम थखा अनिल गंजा गैंग, इसी गैंग में शामिल होकर प्रदीप सहरावत हत्या, लूट, डकैती और जबरन उगाही करने लगा।

पिछले साल की थी कांग्रेस नेता की हत्या
पिछले साल सितंबर में उसने अपने साथियो सुनील उर्फ लाला, प्रवीण, राहुल राठी, टिंकू के साथ मिलकर युवा कांग्रेस नेता मोनू जून की हत्या कर दी थी। firingनवंबर 2017 में भी उसने अपने साथियों के साथ रावता मोड़ पर राजेन्द्र नाम के युवक पर गोली चलाई थी, राजेन्द्र उसके साथी रिंकू से लिये 40 हजार रुपये लौटाने से मना कर दिया था। इसी मामले में उसके साथी गिरफ्तार हो गये थे, लेकिन वो फरार चल रहा था।