दिल्ली को मिला सिग्नेचर ब्रिज, भारी ट्रैफिक जाम की समस्या से मिलेगी राहत, जानिये इसकी खासियत

सिग्नेचर ब्रिज की बार-बार डेडलाइन बदली, इसके साथ ही इसकी लागत भी बढती चली गई। 13 साल पहले इस ब्रिज को तैयार करने की योजना बनी थी।

New Delhi, Nov 04 : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोग ट्रैफिक जाम झेलने को अकसर विवश रहते हैं, आज उन्हें सिग्नेचर ब्रिज का तोहफा मिलने वाला है, शाम 4 बजे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल इस ब्रिज का उद्घाटन करेंगे, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का दावा है कि इस ब्रिज पर यातायात शुरु होने से दिल्ली में 80 फीसदी जाम की समस्या का अंत हो जाएगा, खासकर उत्तरी पूर्वी दिल्ली वासियों को जाम की समस्या से राहत मिलेगी। इसकी वजह से नेशनल हाइवे-9 पर भी ट्रैफिक का बोझ कम होगा।

लोनी से गाजियाबाद
लोनी से गाजियाबाद जाने में भी समय बचेगा, इस ब्रिज की वजह से अब लोनी से गाजियाबाद जाने में अनुमानित करीब आधे घंटे की बचत होगी, कश्मीरी गेट पर भी ट्रैफिक कम होगा, जिसकी वजह से वहां से गुजरने वालों का समय बचेगा, कुल मिलाकर लोगों को ट्रेवल टाइम कम हो जाएगा।

यहां के लोगों को फायदा
इतना ही नहीं उत्तरी और उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के लोगों को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा, इस ब्रिज के शुरु हो जाने की वजह से जो सफर 45 मिनट का होता था, वो अब सिर्फ 10 मिनट में पूरा होगा, इस ब्रिज की वजह से करनाल (हरियाणा) की ओर से आने वाली ट्रैफिक भी डायवर्ट हो जाएगी, जिससे जाम की स्थिति नहीं बनेगी।

ब्रिज की खासियत
इस पुल की ऊंचाई 251 मीटर और लंबाई करीब 700 मीटर, चौड़ाई 35.2 मीटर (4+4 लेन) है। पुल के 154 मीटर की ऊंचाई पर ग्लास बॉक्स है, जहां से दिल्ली का टॉप व्यू नजर आएगा, सिग्नेचर ब्रिज की लागत 1518.37 करोड़ रुपये है, इस पुल पर कई सेल्फी स्पॉट भी हैं, जिसमें 50 लोगों की क्षमता वाली 4 लिफ्ट भी है, यातायात के साथ-साथ ये ब्रिज टूरिस्ट स्पॉट भी बनेगी।

बार-बार बढा डेडलाइन
आपको बता दें कि सिग्नेचर ब्रिज की बार-बार डेडलाइन बदली, इसके साथ ही इसकी लागत भी बढती चली गई। 13 साल पहले इस ब्रिज को तैयार करने की योजना बनी थी। पहले इसे 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले तैयार करने की योजना थी, अब 8 साल बाद ये तैयार हो पाई है। सीएम अरविंद केजरीवाल आज 4 बजे इसका उद्घाटन कर इसे दिल्ली वासियों के लिये खोल देंगे।