एक-दूसरे पर जान छिड़कते थे ये दोनों, मोहल्ले के प्यार से लेकर मौत तक, ऐसी है लव स्टोरी

Dhanbad

योगेश और खुशबू एक-दूसरे के पड़ोसी थे, दोनों की लव स्टोरी इलाके में खूब चर्चित थी, लेकिन इस लव स्टोरी का द एंड हो गया। 

New Delhi, Jan 10 : झारखंड के धनबाद में एक लड़की की संदिग्ध स्थिति में झुलसकर मौत हो गई, परिवार के लोगों का कहना है कि लड़की डिप्रेशन में थी, उसने मिट्टी का तेल छिड़ककर खुद को आग के हवाले कर दिया। दरअसल बीते साल 16 नवंबर 2017 को खुशबू अपने पड़ोस में रहने वाले योगेश कुमार के साथ घर छोड़कर भाग गई थी, फिर 19 नवंबर को प्रेमी योगेश की लाश रेल पटरी पर पड़ी मिली, इसके 51 दिन बाद 9 जनवरी 2018 को खुशबू की लाश जली हुई अवस्था में उसके मामा के घर के किचन से मिली। पहले प्रेमी की मौत फिर प्रेमिका की संदिग्ध अवस्था में मौत कई सवाल खड़े कर रही है, लोग कह रहे हैं कि एक लव स्टोरी का गला घोंट दिया गया।

दोनों की प्रेम कहानी मोहल्ले में चर्चित
योगेश और खुशबू एक-दूसरे के पड़ोसी थे, दोनों की लव स्टोरी इलाके में खूब चर्चित थी, दोनों के जानने वाले योगेश के एक दोस्त ने बताया कि Dhanbad6दोनों ने तीन सालों तक अपने प्यार को समाज से छुपा कर रखा, बस नजरों में ही बात होती थी, दोनों को खिड़की पर आने का बस बहाना चाहिये था, दोनों एक-दूसरे के एक दीदार के लिये तड़पते थे।

2 दिन भी साथ ना रह सके
योगेश के दोस्त ने बताया कि खुशबू को लेकर वो कुछ ही लोगों से बात करता था, यही वजह है कि कुछ करीबी दोस्तों को छोड़ उनकी प्रेम कहानी की जानकारी ज्यादा लोगों को नहीं थी। Jharkhand Policeलेकिन 15 नवंबर 2017 को दोनों ने सबके सामने अपने प्यार का ऐलान कर दिया, जिसके बाद दोनों के परिवार में ही विरोध होने लगा, नाराज योगेश और खुशबू ने घर छोड़ दिया और भागकर रांची चले गये, लेकिन दो दिनों के भीतर ही खुशबू के घर वाले ने दोनों को ढूंढ निकाला और खुशबू को लेकर वापस धनबाद चले आये।

योगेश की मौत
फिर 16 नवंबर 2017 को योगेश की मौत की खबर सबको मिली, उसकी लाश दुग्धा स्थित रेलवे लाइन पर पड़ा मिला, जिसके बाद योगेश के परिजनों ने खुशबू के घर वालों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। Dhanbad3इस मामले में खुशबू के पिता, चाचा और फुफेरा भाई जेल में बंद है। इस मामले में लड़की की गवाही महत्वपूर्ण हो सकती थी, लेकिन उसकी खुद ही संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।

घर वालों ने भेजा मामा के यहां
योगेश की मौत के बाद खुशबू बिल्कुल अकेली हो गई थी, उसके पास अब सिर्फ योगेश की यादें थी, अब घर की खिड़की से योगेश नजर नहीं आता था, Dhanbad7घर वालों ने उसका मन बदलने के लिये उसे मामा के घर भेज दिया था। पुलिस योगेश की मौत के मामले में खुशबू की गवाही कराना चाहती थी, लेकिन ऐसा ना हो सका, 8 जनवरी की रात संदिग्ध हालत में मामा के घर ही उसकी मौत हो गई।

एक-दूसरे पर जान छिड़कते थे दोनों
योगेश और खुशबू के कुछ दोस्तों ने पहले तो बात करने से ही मना कर दिया, उन्होने कहा कि जो होना था, हो चुका, अब उनके बारे में बात करने से क्या फायदा। Dhanbad1बहुत कुरेदने के बाद नाम ना छापने की शर्त पर उन्होने बताया कि दोनों एक-दूसरे पर जान छिड़कते थे, सुबह की शुरुआत दोनों की मिलन से ही होती थी, सारे दोस्त हम उनकी दोस्ती की मिसाल दिया करते थे, क्योंकि वो दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह से समझते थे।

खुशबू के परिवार पर शक
भूली पुलिस को दिये बयान में मृतका खुशबू की मां फूल देवी ने कहा कि 16 नवंबर को उनकी बेटी पड़ोस के ही देवन महतो के बेटे योगेश कुमार के साथ भाग गई थी, Dhanbad4फिर तीन दिन बाद वो चंद्रपुरा स्टेशन पर उनके भगिना बंधू लाल महतो को मिली, उसी दिन योगेश का शव चंद्रपुरा के पास ही रेलवे ट्रैक पर मिला था। इसी घटना के बाद उन्होने अपनी बेटी को लेकर मायके ( भूली बस्ती पिपरा टोला) चली आई।

मां ने दिया बयान
मां फूल देवी की के बयान के मुताबिक सोमवार रात करीब साढे नौ बजे सभी ने खाना खाया, फिर करीब 11 बजे तक सोने चले गये, Dhanbad5सुबह 5 बजे जब उनकी चाची नीलम देवी रसोइघर में माचिस लाने गई, तो उन्होने देखा कि किचन का दरवाजा अंदर से बंद है, और कुछ जलने की बदबू आ रही है, जब अंदर झांककर देखा, तो उनकी बेटी खुशबू ने मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह कर ली थी।

योगेश के पिता का आरोप
मृतक युवक योगेश के पिता देवन महतो ने कहा कि खुशबू की मौत साजिश है, वो योगेश की हत्या में मुख्य गवाह थी, वो कोर्ट में गवाही देने को तैयार हो गई थी, Dhanbad2कि योगेश को कौन लोग अपने साथ ले गये थे, परिवार के लोग लगातार उस पर दबाव बना रहे थे, कि वो गवाही से मुकर जाए, लेकिन वो इसके लिये तैयार नहीं हो रही थी, इसी वजह से घर वालों ने ही खुशबू को मार डाला, ताकि पिता, चाचा और फुफेरे भाई को बचाया जा सके।