रीता बहुगुणा से कलराज मिश्रा तक, बीजेपी ने नहीं दिया इन नेताओं के बच्चों को टिकट

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बीजेपी के कई बड़े नेता इस चुनाव में अपने बच्चों के लिये टिकट मांग रहे थे, हालांकि उन्हें निराशा हाथ लगी, क्योंकि पार्टी नेतृत्व ने उनकी जगह किसी और को टिकट पकड़ा दी।

New Delhi,Feb 04 : यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने करीब तीन चौथाई उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है, बीजेपी के कई बड़े नेता इस चुनाव में अपने बच्चों के लिये टिकट मांग रहे थे, हालांकि उन्हें निराशा हाथ लगी, क्योंकि पार्टी नेतृत्व ने उनकी जगह किसी और को टिकट पकड़ा दी, आइये ऐसे ही नेताओं पर नजर डालते हैं।

रीता बहुगुणा जोशी
बीजेपी सांसद तथा पूर्व मंत्री रीता बहुगुणा जोशी लखनऊ कैंट सीट से 2017 में विधानसभा चुनाव जीती थी, हालांकि 2019 में वो सांसद बन गई, जिसके बाद इस बार वो इस सीट से अपने बेटे मयंक जोशी के लिये टिकट मांग रही थी। लेकिन पार्टी ने लखनऊ कैंट सीट से बृजेश पाठक को उम्मीदवार बनाया है।

ह्दय नारायण दीक्षित
यूपी विधानसभा स्पीकर तथा बीजेपी के कद्दावर नेता ह्दय नारायण दीक्षित अपने बेटे दिलीप दीक्षित के लिये उन्नाव की पुरवा सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी ने इस सीट से अनिल सिंह को उम्मीदवार बनाया है।

सत्यदेव पचौरी
कानपुर की गोविंदनगर सीट से बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी अपने बेटे अनूप के लिये टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी ने सुरेन्द्र मैथानी को चुनावी मैदान में उतारा है।

राजेश अग्रवाल
योगी सरकार में मंत्री रहे राजेश अग्रवाल बरेली कैंट सीट से अपने बेटे आशीष के लिये टिकट मांग रहे थे, लेकिन बीजेपी ने यहां से संजीव अग्रवाल को टिकट दिया है।

कलराज मिश्रा
बीजेपी के कद्दावर नेता रहे कलराज मिश्रा ने बेटे अमित मिश्रा के लिये देवरिया सीट से टिकट की मांग की थी, लेकिन बीजेपी ने इस सीट से शलभ मणि त्रिपाठी को चुनाव में उतारा है, शलभ सीएम योगी के करीबी माने जाते हैं।