रुस को ‘जवाब’ देने की तैयारी में अमेरिका, भारत के साथ करेगा विचार-विमर्श

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अमेरिका में एनबीसी न्यूज ने सुझाव समिति के नजदीकी लोगों के हवाले से लिखा है कि रुस की क्षमता को कम करने के लिये बाइडेन को सुझाव दिया गया था है कि रुस पर साइबर हमला किया जाए।

New Delhi, Feb 25 : यूक्रेन-रुस तनाव के बीच यूक्रेन में अमेरिकी सैन्य अभियानों को बनाये रखने के लिये अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को रुस में साइबर हमले किये जाने का विकल्प दिया गया था, बाइडेन को सुझाव देवे वाली कमेटी से जुड़े नजदीकी लोगों ने ये जानकारी दी है, आइये विस्तार से आपको पूरा मामला बताते हैं।

रुस पर साइबर हमला
अमेरिका में एनबीसी न्यूज ने सुझाव समिति के नजदीकी लोगों के हवाले से लिखा है कि रुस की क्षमता को कम करने के लिये बाइडेन को सुझाव दिया गया था है कि रुस पर साइबर हमला किया जाए, वहीं बाइडेन को दिये गये विकल्पों में रुस की इंटरनेट सेवाओं को बाधित करना, russia2 वहां की बिजली आपूर्ति को बंद करना, रेल कनेक्टिविटी को रोकना जैसे सुझाव शामिल थे, इन विकल्पों की मदद से अमेरिका को यूक्रेन में अपने सैन्य अभियानों को चलाने में मदद मिलती, तथा रुसी सेना की आपूर्ति क्षमता को कमजोर किया जा सकता है, हालांकि सूत्रों ने कहा कि अभी बाइडेन ने इस सुझावों पर कोई निर्णय नहीं लिया है।

रुस को चेतावनी
आपको बता दें कि रुस ने यूक्रेन पर हमला किया, जिसमें कई सैनिकों और नागरिकों की मौत हो चुकी है, इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने रुस को चेतावनी दी है, उन्होने कहा कि रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्ध को चुना है, अब वो इसका परिणाम भुगतेंगे, हम जी-7 देश मिलकर रुस को जवाब देंगे, वीटीबी समेत रुस के 4 और बैंकों पर प्रतिबंध लगाये जाएंगे, अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन पर रुसी हमले को एक पूर्व नियोजित हमला करार देते हुए कहा कि हफ्तों से हम चेतावनी दे रहे हैं कि ऐसा होगा, हमने जो भविष्यवाणी की थी, ठीक वैसा ही हुआ।

भारत से भी विचार-विमर्श करेंगे बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार को कहा कि रुस के सैन्य अभियान के बाद यूक्रेन संकट पर अमेरिका भारत के साथ विचार-विमर्श करेगा, यूक्रेन संकट पर व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन के दौरान बाइडेन ने मीडिया से कहा, हम भारत के साथ विचार-विमर्श करने जा रहे हैं, हमने इसे पूरी तरह से सुलझाया नहीं है, वो इस सवाल का जवाब दे रहे थे, कि क्या भारत रुसी आक्रमण पर अमेरिका के साथ पूरी तरह से जुड़ा हुआ है।