सालों पुरानी इस भारतीय जेल में बंद है सिर्फ एक कैदी, जिसके लिये इतने पैसे खर्च कर रही मोदी सरकार

अब आपके मन में ये सवाल भी आ रहा होगा, कि आखिर कौन है ये कैदी, जो इस स्थान पर ही कैद है, उसे दूसरी जेल में क्यों शिफ्ट नहीं किया जाता।

New Delhi, Jul 25 : हेडर पढकर शायद हैरान रह गये होंगे आप, आपके मन में जिज्ञासा होगी, कि आखिर ये जेल कहां है, तो आइये आपको बताते हैं, गुजरात के पास एक कोने में स्थित है दीव द्वीप, यहां पर ये खास जेल बनी हुई है, जो काफी साल पुरानी है, लेकिन इस खास जेल में आज भी एक कैदी बंद है, सदियों पुराने जेल में सिर्फ एक कैदी बंद है, लेकिन इसकी वजह से सरकार को यहां लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं।

कौन है ये कैदी ?
अब आपके मन में ये सवाल भी आ रहा होगा, कि आखिर कौन है ये कैदी, जो इस स्थान पर ही कैद है, उसे दूसरी जेल में क्यों शिफ्ट नहीं किया जाता, arrestआखिर सरकार एक कैदी की वजह से क्यों इतना पैसा खर्च कर रही है। तो आइये आपको इसके इतिहास से लेकर बाकी चीजें एक-एक कर बताते हैं।

472 साल पुरानी है जेल
मालूम हो कि 472 साल पुरानी इस जेल में तीस वर्षीय दीपक कांजी नामक युवक कैद है, रिपोर्ट्स के अनुसार दीपक को बीस लोगों के रहने के लिये बनाई गई एक बैरक में बंद किया गया है। अकेले होने के वजह से सरकार की ओर से दीपक को कुछ सुविधाएं भी मिली हुई है। ताकि वो अकेलापन महसूस ना करें।

जेल में सुविधाएं
रिपोर्ट्स के अनुसार दीपक कांजी को रोजाना पढने के लिये अखबार और पत्रिकाएं मिलता है, साथ ही मनोरंजन के लिये दूरदर्शन और कुछ धार्मिक चैनल उपलब्ध है, इसके अलावा दीपक को प्रतिदिन 4 से 6 बजे तक गार्ड घुमाने के लिये ले जाता है, दीपक इस जेल में एक मात्र कैदी है, इसलिये उसके लिये खाने का इंतजाम भी पास के रेस्टोरेंट से किया जाता है।

32 हजार का खर्च
आपको शायद जानकर हैरानी होगी, कि इस जेल में एक कैदी को रखने का खर्च हर महीने 32 हजार रुपये आता है। ये काफी ज्यादा है। इसलिये अब उसे दूसरे जेल में शिफ्ट करने की कवायद शुरु हो गई है। भारतीय पुरातत्व विभाग ने साल 2013 में इस जेल को अपने अधीन लेने की गुजारिश सरकार से की थी, तब इस जेल में 2 महिला समेत 7 कैदी थे। इनमें से 4 लोगों को अमरेली जेल शिफ्ट कर दिया गया, तो बाकी दो ने अपनी सजा पूरी कर ली।