दहेज में बेटी ने की गर्ल्स हॉस्टल की मांग, पिता ने कन्यादान में 75 लाख रुपये देकर किया खुश

दहेज के रूप में पिता ने बेटी की एक इच्‍छा को पूरा कर समाज में नई मिसाल कायम कर दी है । बेटी और पिता के इस कदम की हर ओर चर्चा हो रही है ।

New Delhi, Nov 27: बेटी कुछ मांगे और पिता उसे पूरा ना करे भला ये कैसे हो सकता है । अपनी जी जान लगा देता है एक पिता बेटी बी ख्‍वाहिश को पूरा करने में, कुछ ऐसा ही राजस्‍थान के एक पिता ने किया । अपनी बेटी की इच्‍छा पूरी कर समाज को भी एक बड़ा संदेश दिया । पूरी खबर पढ़ें और जानें आखिर क्‍यों इस पिता-पुत्री की चर्चा हो रही है ।

बेटी ने गर्ल्‍स हॉस्‍टल बनवाने की रखी मां
दरअसल बाड़मेर की इस घटना में लड़की ने अपने पिता से शादी में मिलने वाली 75 लाख रुपये की रकम को गर्ल्स हॉस्टल के लिए डोनेट करवा दिया । पिता से बेटी ने ये इच्‍छा शादी से पहले जाहिर की थी, जिसके बाद बाप ने भी ने भी खुशी-खुशी बेटी की यह बात मानकर उसकी ख्वाहिश पूरी कर समाज के सामने एक बड़ी मिसाल पेश की है। बेटी और पिता के इस कदम हर तरफ चर्चा हो रही है।

बेटी का संघर्ष
अंजलि नाम की ये लड़की बाड़मेर जिले के कानोड़ गांव की रहने वाली है । शादी में पिता से गर्ल्‍स हॉस्‍टल के लिए 75 लाख रूपए लेकर डोनेट करने वाली अंजलि के इस कदम के पीछे उनके संघर्ष की एक बड़ी कहानी है । दरअसल वो जब 12वीं क्लास पास करने के बाद आगे पढ़ना चाहती थी तो उनके समाज के लोगों ने उन्हें ताने देने शुरू कर दिए थे । उनके मुताबिक वो जिस समाज से आती हैं, वहां पर लड़कियों का पढ़ना लिखना बहुत ही कम संभव हो पाता है । ऐसे में उन्‍हें 12वीं की पढ़ाई के लिए पहले जोधपुर और फिर ग्रेजुएशन के लिए दिल्‍ली जाना पड़ा । वो अब एलएलबी की पढ़ाई कर रही हैं ।

एक करोड़ कर चुके हैं दान
गर्ल्स हॉस्टल के निर्माण के लिए अंजलि के पिता किशोर सिंह कानोड़ पहले ही एक करोड़ रुपये का दान कर चुके है, लेकिन यह प्रोजेक्ट अधूरा रह गया क्योंकि इसकी लागत 75 लाख रुपये और बढ़ गई । जब इस बात का पता अंजलि को लगा तो उसने ठाना कि अब अपनी शादी पर वो दहेज में पिता से ये राशि दान करवाकर रहेंगी । 21 नवंबर को जब उनकी शादी प्रवीण सिंह के साथ तय हुई तो उन्होंने अपने पिता से कहा कि कन्यादान में उसे 75 लाख रुपये चाहिए जो वो बालिका हॉस्टल के लिए देना चाहती हैं। पिता ने अपनी बेटी की इच्छा को 21 नवंबर को कन्यादान के समय पूरी कर दी।

पिता से मांगा थ ब्‍लैंक चेक, सुसराल वाले भी खुश
पिता किशोर सिंह के मुताबिक उनकी बेटी का सपना है कि समाज की बेटियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया जाए । इसके लिए बेटी ने ब्‍लैंक चेक मांगा था । उन्‍होंने कहा कि मेरी बेटी ने कोई गहना या सामान नहीं मांगा वो बस अपना सपना पूरा करना चाहती थी । मैंने ये मदद कर छोटा सा फर्ज निभाया है। अंजली के इस काम से उनके ससुराल वाले भी बहुत खुश हैं । उसके दादा ससुर कैप्टन हीर सिंह भाटी ने कहा कि उनकी बहू अंजलि ने जो काम किया है वो बहुत काबिले तारीफ है । आपको बता दें ये इलाका पश्चिमी राजस्थान का वो क्षेत्र है जहां बेटियां रखना अभिशाप माना जाता था । लेकिन बदले वक्‍त में सोच भी बदली है और अब बेटियां बेटों जैसे ही परिवार को मजबूती दे रही हैं ।