काला जादू और अंधविश्वास, बैग में 4 साल की बच्ची का शव, पिता पर मर्डर का आरोप

काला जादू और अंधविश्वास आज भी इस कदर लोगों के दिमाग में बसा है कि आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे। ये खबर सनसनी पैदा कर रही है और कई सवाल भी

New Delhi, Dec 14: ये 21 वीं सदी है, देश लगातार विज्ञान के युग में आगे बढ़ता जा रहा है। लेकिन इस राह में सबसे बड़ा कोड़ है अंधविश्वास, जी हां ये वो अंधा विश्वास है, जो लोगों के दिमाग में अभी तक बसा है। खबर छत्तीसगढ़ की है, जहां 4 साल की मासूम बच्ची का शव बैग में पड़ा मिला। आरोप है कि मासूम बच्ची के पिता ने ही उसका बेरहमी से कत्ल किया है।

पिता ने बेटी को मार डाला
हर किसी के दिमाग में ये सवाल कौंध रहा है कि आखिर एक बच्ची का पिता ही अपनी बेटी को कैसे मार सकता है ? लेकिन बच्ची के चाचा का कहना है कि उसके पिता ने काले जादू के चक्कर में अपनी ही बच्ची की बलि दे डाली। पुलिस ने जांच पड़ताल की और आरोपी पिता को पकड़ लिया। इसके बाद आरोपी पिता ने स्वीकार किया है कि उसने काले जादू के चक्कर में ये सब कुछ किया है।

कहानी फिर से बदल गई
लेकिन इसके बाद कहानी फिर से बदल दी गई। पहले पिता ने पकड़े जाने के बाद माना कि काले जादू के चक्कर में उसने ऐसा किया, लेकिन इसके बाद फिर अपने बयान से मुकर गया। इसके बाद पिता विक्षिप्तों और पागलों जैसी हरकतें करने लगा। अब पुलिस खुद ही असमंजस में पड़ गई है। फिलहाल पुलिस को बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।

छत्तीसगढ़ का है पूरा मामला
ये पूरी घटना छत्तीसगढ़ के राजयपुर के तिल्दा ब्लॉक के छाड़िया गांव की है। यहां से मंगलवार की शाम को 4 साल की मासूम का शव बरामद किया गया। हैरानी की बात तो ये है कि ये शव उसके चाचा विमल देवांगन ने एक बैग में देखा। विमल ने तुरंत ही खरोरा थाने की पुलिस को इस बारे में खबर दी। इसके बाद विमल ने ही पुलिस को बताया कि उसका भाई काले जादू के चक्कर में पड़ गया है।

काले जादू का है पूरा चक्कर
विमल ने बताया कि काले जादू के चक्कर में ही उसके भाई ने अपनी बेटी की हत्या कर डाली। इस पूरे हत्याकंड में कुल मिलाकर 4 लोग शामिल थे। विमल ने कहा कि बच्ची के शव को उसका पिता बैग में भरकर कहीं जा रहा था। जिसने भी इस कांड के बारे में सुना है, उसके रौंगटे खड़े हो गए हैं। इसके बाद तो विमल ने और भी ज्यादा हैरान कर देने वाली बातों का खुलास किया है।

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
विमल का कहना है कि बेटी को मारने के बाद पिता 2-3 लोगों को और मारने वाला था। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। जैसे ही आरोपी से पूछताछ शुरू की, तो वो बैग में रखे शव के पास बैठकर कुछ मंत्रों का जाप करने लगा। पुलिस ने कड़ी पूछताछ की तो आरोपी ने मान लिया कि ये सब उसी ने किया है और अपनी बच्ची को काले जादू के चक्कर में मारा है।

पागल जैसी हरकतें कर रहा है आरोपी
पुलिस को यकीन हो चला था कि मासूम को उसके पिता ने ही मारा है, लेकिन अगले दिन आरोपी अपने बयान से पलट गया। वो रोकर कर कहने लगा कि उसकी बेटी को किसने मारा उसे पता नहीं है। इसके बाद वो पागलों जैसी हरकतें करने लगा। पुलिस का हना है कि आरोपी पिता दीपचंद देवांगन का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी है। बताया गया कि वो अपराधी प्रवृत्ति का है।

ये सब काले जादू का खेल है
पुलिस का कहना है कि चंद दिनों में बेशुमार दौलत हासिल करने के चक्कर में आरोपी ने अपनी बेटी का कत्ल किया है। जिस बैग में बच्ची का शव रखा गया था, उस पर काला टीका भी लगाया गया था। चाचा ने जब इस बैग को देखा तो अपनी भतीजी का शव देखकर वो हिल गया। पुलिस को शक है कि बच्ची की गला दबाकर हत्या की गई है। अंधविश्वास के इस खेल में आगे क्या होता है, ये देखना दिलचस्प होगा।