#Me Too movement के लपेटे में आए जाने माने टीवी पत्रकार विनोद दुआ, एक फिल्‍म निर्माता ने लगाए गंभीर आरोप

देश के जाने माने सम्‍मानित पत्रकारों में से एक वरिष्‍ठ पत्रकार विनोद दुआ भी मीटू कैंपेन की जद में आ गए हें । 53 वर्षीय एक महिला ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं ।

New Delhi, Oct 15 : विनोद  दुआ, इस नाम को किसी परिचय की जरूरत नहीं । पत्रकारिता जगत के जाने माने नामों में से एक विनोद दुआ MeToo कैंपेन की जद में आ गए हैं । दुआ इन दिनों ‘द वायर’ के कंसल्टिंग एडिटर हैं, और ‘जन गण मन की बात’ नाम से एक वीडियो शो होस्‍ट करते हैं । बीती 5 अक्‍टूबर को ही उन्‍होने अपने शो में ‘मीटू’ अभियान पर बात की थी । विस्‍तार से समझाया था कि ये क्‍या है और देश में इसकी जरूरत क्‍यों आन पड़ी है । लेकिन विनोद दुआ अब खुद ही इस अभियान में आरोपी की तरह सामने आए हैं ।

53 वर्षीय महिला ने फेसबुक पर किया पोस्‍ट
निष्‍ठा जैन नाम की एक डॉक्‍युमेंट्री फिल्‍म निर्माता ने टीवी पत्रकार विनोद दुआ पर यौन शोषण और कदाचार के आरोप लगाए हैं । निष्‍ठा ने फेसबुक पोस्‍ट में आपबीती बयां की है । निष्‍ठा के मुताबिक ये बात 1989 की है जब वो पहली बार विनोद दुआ से एक जॉब के इंटरव्‍यू के लिए मिली थी । इसके बाद विनोद दुआ ने उनका पीछा किया, कई मौको पर उन्‍हें परेशान करने की कोशिश की गई, भद्दे मजाक करना और चेहरे पर हावी होना जैसे अनुभव उन्‍होने विनाद दुआ की वजह से किए हैं ।

इसलिए नहीं कराया केस दर्ज
द इंडियन एक्‍सप्रेस से बातचीत में कहा, ”मैंने इस बारे में अपने भाई और दो वकील दोस्‍तों से बात की, लेकिन शिकायत दर्ज नहीं कराई क्‍योंकि मुझे नहीं लगता कि इस मामले को कानूनी रूप से आगे ले जाया जा सकता है। मुझे पता था कि हम बलात्‍कार जैसे गंभीर अपराधों के लिए अदालत जाते हैं, लेकिन तिरस्‍कार पर मामला कैसे बनता?”

विनोद दुआ की प्रतिक्रिया का इंतजार
द इंडियन एक्‍सप्रेस के अनुसार जब उन्‍होने विनोद दुआ से संपर्क किया तो उन्‍होंने कहा, ”मैं अपने वकीलों तथा सहयोगियों से राय-मशवरा कर रहा हूं और जल्‍द ही बयान जारी करूंगा।” वहीं  ‘द वायर’ के संस्‍थापक संपादकों ने एक बयान में कहा, ”हमने (पीडि़ता की) फेसबुक पोस्‍ट देखी है जहां उन्‍होंने द वायर के कंसल्टिंग एडिटर, विनोद दुआ पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। दुआ ने आरोप से इनकार किया है। यूं तो मामला दुआ के द वायर से जुड़ने से 26 साल पहले का है,पर हमारी आंतरिक कमेटी ने आरोप का संज्ञान लिया है। हम इस मामले में निष्‍कर्ष की प्रतीक्षा कर रहे हैं।”

निष्‍ठा जैन का पोस्‍ट
जामिया मिलिया इस्‍लामिया से ग्रेजुएट निष्‍ठा ने बताया कि उनके साथ पहला वाकया जून 1989 में हुआ जब वह एक जॉब इंटरव्‍यू के सिलसिले में दुआ से मिली थीं । अपनी पोस्‍ट में उन्‍होंने लिखा है, ”मैं आत्‍मविश्‍वास से लबरेज होकर घर से निकली थी, लेकिन इससे पहले कि मैं स्थिर हो पाती, उन्‍होंने एक घटिया सेक्‍सुअल चुटकुला सुनाया … इंटरव्‍यू के कुछ महीने बाद मुझे वीडियो एडिटर की नौकरी मिल गई। मैं देर रात तक काम करती थी, दुआ बाहर मेरा इंतजार करते रहते। वह मेरा पीछा कर रहे थे। यह सेलफोन आने से बहुत पहले की बात है। उन्‍हें कैसे पता था कि मैं देर से छूटती हूं, अगर उन्‍होंने मेरे ऑफिस में किसी से मेरे शेड्यूल के बारे में नहीं पूछा होगा?”

‘मेरे साथ किया बुरा बर्ताव’
अपने फेसबुक पोस्‍ट में निष्‍ठा लिखती हैं – ”एक रात जब मैं पार्किंग में आई तो वह (दुआ) वहां थे। वह मुझसे बात करना चाहते थे और मुझसे कार में बैठने को कहा। मैं यह सोचकर कि वह अपने व्‍यवहार के लिए खेद जताना चाहते हैं, कार में बैठने लगी। इससे पहले कि मैं स्थिर हो पाती, वह मेरे चेहरे पर हावी होने लगे। मैं किसी तरह बाहर निकली और अपने ऑफिस की गाड़ी में बैठ वहां से निकल गई।” निष्‍ठा ने ये बताया कि धीरे –धीरे ये सब खत्‍म हो गया, लेकिन वो कड़वी यादें आज भी जहन में जिंदा हैं । निष्‍ठा ने विनोद दुआ की बेटी का नाम लेते हुए अंत में लिखा है कि सॉरी मल्लिका, लेकिन आपके पापा भी उन्‍हीं में से एक हैं ।