गर्भवती महिला के गर्भ में चार बच्चे, भगवान की शरण में पहुंचा पूरा परिवार

गर्भवती महिला के गर्भ में चार बच्चे पल रहे हैं। ये जानकर खुद डॉक्टर्स भी हैरान हैं। लेकिन परिवार भगवान की शरण में चला गया है। जानिए ये दिलचस्प कहानी।

New Delhi, Mar 22: हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर खुद डॉक्टर्स भी हैरान हैं। एक गर्भवती महिला के गर्भ में चार बच्चे हैं। अल्ट्रासाइंड रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हो चुका है, जिस वजह से डॉक्टर्स के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिख रही हैं। उधर परिवार भगवान की शरण में चला गया है। आइए इस बारे में आपको पूरी बात बताते हैं।

सलेमपुर का है पूरा मामला
ये पूरा मामला सलेमपुर गांव का है, जो कि हरिद्वार जिले में पड़ता है। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट्स से पता चला है कि  एक महिला के गर्भ में चार बच्चे पल रहे हैं। पहली बार में जब डॉक्टर्स ने भी अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट्स देखी तो खुद हैरान रह गए। गर्भ में चार बच्चे होने का पता चलने के बाद डॉक्टर्स के लिए महिला की डिलीवरी कराना चुनौती साबित हो रहा है।

महिला के गर्भ में चार जिंदगियां
हालांकि डॉक्टर्स की रिपोर्ट्स कहती हैं कि अभी महिला के चारों बच्चे सकुशल हैं। सलेमपुर गांव की इस महिला के इलाज रुड़की के देव नर्सिंग होम में चल रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि महिला 8 महीने की गर्भवती है। इस बीच महिला के परिवार वाले काफी परेशान नजर आ रहे हैं। वो दिन रात भगवान से दुआएं मांग रहे हैं कि किसी भी हाल में महिला और चारों बच्चे बच जाएं।

परिवारवाले परेशान हैं
महिला के परिवार वाले काफी परेशान हैं और आखिर हो भी क्यों ना ? महिला की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट ही कुछ ऐसी आई है, जो कि परेशानी का सबब है। परिवार वालों का कहना है कि पहली बार अल्ट्रासाउंड करवाया था, तो डॉक्टर्स ने बताया कि गर्भ में चार जिंदगियां पल रही हैं। परिवारवालों को यकीन नहीं हुआ तो दूसरे डॉक्टर के पास चले गए।

तीन बार हुआ अल्ट्रासाउंड
दूसरी जगह भी डॉक्टर्स ने ये ही दोहराया कि गर्भ में चार बच्चे हैं। तब भी परिवार वालों को यकीन नहीं हुआ। तीसरी बार फिर से अल्ट्रासाउंड करवाया , तो उसमें भी ये ही निकला। अब ऊपरवाले का नाम लेकर परिवार वाले इलाज करवा रहे हैं। महिला का इलाज कर रही अस्पताल की डॉ. वारिजा ने कहा है कि चारों बच्चे पूरी तरह से सुरक्षित हैं।

मजदूरी का काम करता है पति
बताया जा रहा है कि महिला का पति मजदूरी का काम करता है और मुश्किल से परिवार की रोजी-रोटी चलाता है। महिला की ये पहली डिलीवरी है, लेकिन पति के पास इलाज कराने के लिए पैसे तक नहीं है। इस वजह से पति ने आशा कार्यकर्ताओं से भी मदद मांगी है। हालांकि अभी तक कहीं से कोई मदद नहीं मिल पाई तो परेशान पति ने सरकार से ही गुहार लगाई है।

अब क्या होगा ?
मेडिकल साइंस में ऐसे बहुत कम केस सामने आते हैं, जब किसी महिला के पेट में चार जिंदगियां पल रही हों। ऐसे में डॉकटर्स के लिए ऐसे केस एक बड़ी चुनौती साबित होते हैं। इसमें मां और कोख में पल रहे सभी जिंदगियों को बचाना पहला लक्ष्य होता है। ऑपरेशन के दौरान जरा सा भी चूक किसी भी जिंदगी पर भारी पड़ सकती है। इस वजह से परिवार लगातार दुआएं मांग रहा है।