गैस कंपनियां पिछले दो साल से ग्राहकों से लगातार केवाईसी से जुड़े दस्तावेज जमा करने की लगातार अपील कर रहे हैं।
New Delhi, Jan 09 : एलपीजी गैस सिलेंडर का इस्तेमाल करने वाले करीब 50 हजार लोग मुश्किल में पड़ सकते हैं, दरअसल इन लोगों का गैस कनेक्शन ब्लॉक हो सकता है, आपको बता दें कि ये वो कस्टमर हैं, जिन्होने नो योर कस्टमर (केवाईसी) से जुड़े दस्तावेज जमा नहीं किये हैं, अगर आप भी इन्हीं में से शामिल हैं, और अभी तक अपने दस्तावेज जमा नहीं किये हैं, तो समय निकालकर इसे निपटा लें, नहीं तो, आपका भी रसोई गैस कनेक्शन ब्लॉक हो सकता है।
दो साल से अपील
गैस कंपनियां पिछले दो साल से ग्राहकों से लगातार केवाईसी से जुड़े दस्तावेज जमा करने की लगातार अपील कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में ग्राहकों ने दस्तावेज जमा नहीं किये हैं, कंपनियां ग्राहकों से केवाईसी इसलिये मांग रही है, क्योंकि उनका मकसद सिर्फ ग्राहकों के बारे में जानकारी जुटाना है, ताकि ये पता लगाया जा सके, कि वाकई ग्राहक गैस कनेक्शन के लिये एलिजिबल है या नहीं।
कौन से डॉक्यूमेंट्स देने होते हैं ?
आपको बता दें कि केवाईसी में प्रूफ ऑफ आइडेंटिटी और प्रूफ ऑफ एड्रेस संबंधित दस्तावेज जमा करने होते हैं, इसमें पर्सनल डिटेल जैसे कि नाम, फोटोग्राफ, उम्र और रिलेटिव (पिता या पति) के नाम देने होते हैं, इसके साथ ही आवासीय पता में फोन नंबर, ई-मेल एड्रेस कि डिटेल भी देनी होती है। इन सभी से संबंधित डॉक्युमेंट्स जमा करा दें, नहीं तो कनेक्शन ब्लॉक हो जाएगा।
कुछ सावधानियां बरतें
केवाईसी के लिये जो फॉर्म भरा जा रहा है, उसमें कुछ सावधानियां बरतें, जैसे उसमें रिसेंट पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ ही लगाएं, हस्ताक्षर करने समय इस बात का ध्यान रखें कि फोटोग्राफ और फॉर्म दोनों पर अच्छे से साइन हो जाए, नहीं तो कई लोग इसका दुरुपयोग भी कर लेते हैं, इसलिये इन मामलों में सावधानी जरुर बरते।
पहले से है गैस कनेक्शन, तो ये करें
इस फॉर्म के फर्स्ट सेक्शन में आपको अपनी पर्सनल डिटेल भरनी होगी, अगर आपके पास पहले से ही गैस कनेक्शन है, तो फिर उसका नंबर डाल दें। फॉर्म के अगले हिस्से में अपने रिलेशन की जानकारी देनी होती है, जैसे माता, पाता, पति, पत्नी इत्यादि के बारे में जानकारी देनी होती है।
ना दे गलत जानकारी
डिटेल जानकारी भरने के बाद एक बार फॉर्म को जरुर ध्यान से पढ लें, क्योंकि गलत जानकारी देने के बाद आप मुसीबत में पड़ सकते हैं, कुछ लोग जानबूझकर गलत जानकारी देकर गैस कनेक्शन हासिल कर लेते हैं, फिर उस गैस का इस्तेमाल कालाबाजारी में करते हैं, इसलिये भूलकर भी इसमें गलत जानकारी ना दें।
एड्रेस प्रूफ में इन डॉक्यूमेंट्स का करें इस्तेमाल
एड्रेस प्रूफ में आप आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, टेलीफोन या फिर बिजली बिल, राशन कार्ड, एलआईसी पॉलिसी, हाउस रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप एजेंसी पर जाकर इन दस्तावेजों में से किसी एक का भी इस्तेमाल अपने केवाईसी भरने के लिये कर सकते हैं।
आइडेंटिटी प्रूफ में इन डॉक्यूमेंट्स का करें इस्तेमाल
आईडेंटिटी प्रूफ में आप आधार कार्ड, पेन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, केन्द्र या राज्य सरकार द्वारा जारी किया गया परिचय पत्र और ड्राइविंग लाइसेंस में से किसी भी एक दस्तावेज का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप अपने गैस एजेंसी पर जाकर कभी भी इन दस्तावेजों में से एक की फोटो कॉपी जमा करवा दें, या फॉर्म लेकर उसे फिलअप कर दें।
कालाबाजारियों पर रोक
दरअसल सरकार कालाबाजारियों पर नकेल कसने के लिये साथ ही सब्सिडी के पैसे गलत तरह से हासिल करने वालों पर नकेल कस रही है, इसी वजह से पहले तो सब्सिडी सीधे बैंक अकाउंट में देना शुरु किया, फिर अब उन खाताधारकों को निशाना बनाया जा रहा है, जो गलत या फर्जी पते पर गैस कनेक्शन लिये हुए हैं और उसका फायदा उठा रहे हैं।