गोवा कांग्रेस में टूट का सबसे ताजा मामला पार्टी विधायक तथा पूर्व सीएम रवि नाइक का है, जिन्होने मंगलवार को प्रदेश विधानसभा से अपना इस्तीफा दे दिया है।
New Delhi, Dec 09 : देश की सियासत में यूपी के बाद कोई दूसरा राज्य इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में है, तो वो है गोवा, इस प्रदेश की राजनीति में हर रोज हलचल देखने को मिल रही है, जो कि अमूमन दो दलों की सियासत वाला राज्य रहा है, लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव से पहले गोवा की सियासत गरमा रही है, पहले आम आदमी पार्टी, फिर टीएमसी ने गोवा में अपनी सियासत शुरु की, लेकिन कांग्रेस को अब भी सबसे ज्यादा झटके बीजेपी ही दे रही है। बीते दिनों टीएमसी और कांग्रेस के बीच गोवा में जबरदस्त जोर-आजमाइश देखने को मिला, पहले ममता दीदी फिर बाद में मोहुआ मोइत्रा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा, लेकिन इस बीच 7 दिसंबर को बीजेपी ने कांग्रेस का एक और विधायक तोड़ लिया, इस तरह विधानसभा चुनावों के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस के पास अब सिर्फ 3 विधायक बचे हैं, आइये आपको बताते हैं कि गोवा में आखिर कैसे कांग्रेस बर्बाद होती गई।
इस्तीफे का दौर
गोवा कांग्रेस में टूट का सबसे ताजा मामला पार्टी विधायक तथा पूर्व सीएम रवि नाइक का है, जिन्होने मंगलवार को प्रदेश विधानसभा से अपना इस्तीफा दे दिया है, इससे पहले गोवा के पूर्व सीएम लुइजिन्हो फलेरियो ने सितंबर में कांग्रेस विधायक के तौर पर इस्तीफा दे दिया था, फिर ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी में शामिल हो गये थे, रवि नाइक के इस्तीफे के बाद 40 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 3 हो गई है।
कैसे बर्बाद होती गई कांग्रेस
2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 17 सीटें मिली थी, हालांकि 13 सीटें जीतने वाली बीजेपी ने क्षेत्रीय दलों और निर्दलीय के साथ मिलकर सरकार बना ली, तब से कांग्रेस के विधायक बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, इस बीच चोडानकर ने दावा किया कि नाइक के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं होगा, क्योंकि वो पार्टी में सिर्फ कहने के लिये मौजूद थे, कांग्रेस नेता ने कहा कि उनका एक पैर पहले से ही बीजेपी में था, उनहोने पहले अपने बेटों को बीजेपी में भेजा था। 2017 के बाद कई विधायक कांग्रेस छोड़ चुके हैं, वालपोई से विधायक विश्वजीत राणे ने पहले कांग्रेस से इस्तीफा दिया, फिर बीजेपी में शामिल हो गये, इस सीट से उपचुनाव भी जीत गये, राणे फिलहाल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री हैं, राणे के बाद कांग्रेस के दो और विधायक सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोपटे भी बीजेपी में शामिल हो गये, इन दोनों ने मई 2019 में उपचुनाव में जीत हासिल की।
जुलाई 2019 में कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका
गोवा कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका जुलाई 2019 में लगा था, तब उनके 10 विधायकों ने तत्कालीन नेता विपक्ष चंद्रकांत कावलेकर के नेतृत्व में पार्टी छोड़ दी थी, कावलेकर फिलहाल प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार में डिप्टी सीएम के रुप में कार्यरत हैं, वर्तमान में कांग्रेस के सिर्फ तीन विधायक बचे हैं।