यूपी : गोरखपुर के भटहट ब्लॉक में एक विधवा महिला कुछ किलो अनाज के लिये रिश्वत के तौर पर 13 लोगों के साथ सोना पड़ा, अंजाम ये हुआ कि इन सभी 13 लोगों को एड्स हो गया।
New Delhi, Feb 01 : यूपी के गोरखपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर इंसानियत भी शर्मसार हो जाए, ये घटना इस बात को साबित करने के लिये काफी है कि भ्रष्टाचार की जड़ें हमारे समाज को किस तरह से खोखला बना रही है। इतना ही नहीं इस घटना को जानकर आप भी सन्न रह जाएंगे। क्योंकि ये लालच और संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को भी बयां करती है। दरअसल हुआ ये कि गोरखपुर के भटहट ब्लॉक में एक विधवा महिला कुछ किलो अनाज के लिये रिश्वत के तौर पर 13 लोगों के साथ सोना पड़ा, अंजाम ये हुआ कि इन सभी 13 लोगों को एड्स हो गया।
महिला को था एड्स
एक विधवा महिला विधवा पेंशन और राशन कार्ड बनवाने के लिये अधिकारियों से मिली, उन्हें कुछ किलो अनाज के लिये 13 लोगों के साथ सोना पड़ा, ये शोषण करीब तीन साल तक चला, इस बात का खुलासा तब हुआ जब महिला की तबीयत बिगड़ गई, जब महिला का ब्लड चेक किया गया तो उन्हें एड्स था। आइये आपको विस्तार से बताते हैं इस कलंक कथा के बारे में।
कम उम्र में ही हो गई थी विधवा
पीड़िता महिला शादी के कुछ समय बाद ही विधवा हो गई थी, वो जिस-जिस के पास मदद की गुहार लगाने पहुंची, सबने उसे नोंचा, एक लीडिंग अखबार की खबर के मुताबिक महिला की शादी 24 साल की उम्र में भटहट गांव में हुई थी। उनका पति मुंबई के किसी कारखाने में काम करता था, शादी के तीन साल बाद ही महिला के पति की मौत हो गई।
शायद महिला के पति को था एड्स
महिला का पति अकसर बीमार रहता था अब जब ये पूरा मामला सामने आया है, तो कहा जा रहा है कि उसके पति को भी एड्स था, लेकिन तब किसी ने ध्यान नहीं दिया। महिला अपने पति से ही संक्रमित हो गई थी, पति की मौत के बाद पीड़िता की मदद करने वाला कोई नहीं था, तो उसने सोचा कि वो राशन कार्ड बनवा लें, साथ ही विधवा पेंशन से मिलने वाली राशि से किसी तरह गुजारा हो जाएगा।
राशन कार्ड के लिये इन लोगों से मिली
राशन कार्ड और विधवा पेंशन के लिये पीड़िता सबसे पहले रोजगार सेवक के पास गई, वो शख्स उसे प्रधान के पास लेकर गया, फिर प्रधान ने उसे सेक्रेटरी से मिलवाया, इन तीन शख्सों के अलावा वो 10 बिचौलियों से भी मिली, सबने उसका काम करा देने के बदले रिश्वत की मांग की, लेकिन महिला के पास देने को कुछ नहीं था, सो उन लोगों ने महिला के अपने साथ सोने के लिये कहा।
तीन साल चला शोषण
महिला से जिस-जिस ने रिश्वत मांगी सबको एड्स हो गया, ये खेल करीब तीन साल तक चलता था, इन 13 लोगों ने बार-बार महिला के साथ संबंध बनाये, फिर करीब तीन महीने पहले पीड़ित महिला बीमार पड़ी, तो उसने प्रधान को इस बारे में बताया, तो प्रधान ने स्थानीय स्तर पर उसका इलाज करवाया, लेकिन उससे कुछ फायदा नहीं हुआ, उसके बाद वो एक डॉक्टर के पास पहुंची, जहां उसका ब्लड चेक कराया गया। जब रिपोर्ट आई तो प्रधान का होश उड़ गया, क्योंकि महिला को एड्स था।
बीआरडी कॉलेज में दोबारा चेकअप
महिला एचआईवी पॉजिटिव थी, इस खबर को जान प्रधान परेशान हो गया, फिर उसने दोबारा बीआरडी कॉलेज में चेकअप करवाया, लेकिन नतीजा फिर से वही निकला, फिर उस महिला के साथ संबंध बनाने वालों ने एक-एक कर अपनी जांच करवाई, उन सबको एड्स था।
ट्रीटमेंट जारी
एड्स की पुष्टि होने के बाद ही सभी मरीजों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एंटी रेटरोवायरल ट्रीटमेंट सेंटर में इलाज के लिये भेज दिया गया है। साथ ही रिश्वत लेने वाले सभी लोगों की पत्नियों का भी चेकअप किया जा रहा है, कि कहीं संक्रमण उन तक तो नहीं फैल चुका है।
भ्रष्टाचार
कुछ किलो अनाज और कुछ सौ रुपये के लिये इतनी बड़ी कीमत गांव में पनप रहे भ्रष्टाचार को भी दर्शाती है, अगर इन रिश्वतखोरों को एड्स ना हुआ होता, तो शायद आगे भी ये खेल जारी रहता। कोई जान भी नहीं पाता कि अकेली महिला को राशन कार्ड और विधवा पेंशन जैसी मामूली सरकारी मदद के लिये कैसी-कैसी कीमत चुकानी पड़ती है।