गोरखपुर कोर्ट परिसर में हत्या, बच्ची से दुष्कर्म के आरोपित को फौजी पिता ने मारी गोली

Gorakhpur

कचहरी गेट पर सरेआम हुई इस वारदात के बाद गुस्साये अधिवक्ताओं ने करीब घंटे भर विरोध –प्रदर्शन किया, सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए उन्होने शव उठाने से रोका।

New Delhi, Jan 22 : गोरखपुर कचहरी गेट पर शुक्रवार की दोपहर किडनैपिंग और रेप के आरोपित बिहार के 35 वर्षीय दिलशाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई, वो अपने मुकदमे की तारीख पर कचहरी आया था, आरोप के मुताबिक पीड़ित लड़के के पिता रिटायर्ड फौजी ने गेट पर ही उसे देखते ही ताबड़तोड़ दो गोलियां चलाई, जिसमें एक गोली आरोपित के सिर के आर-पार हो गई, मौके पर ही उसकी मौत हो गई, घटना के बाद रिटायर्ड फौजी को साइकिल स्टैंडकर्मी ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।

लोगों में गुस्सा
कचहरी गेट पर सरेआम हुई इस वारदात के बाद गुस्साये अधिवक्ताओं ने करीब घंटे भर विरोध –प्रदर्शन किया, सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए उन्होने शव उठाने से रोका, एडीजी, डीआईजी तथा एसएसपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे, जिला जज के हस्तक्षेप के बाद वकील शांत हुए, पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिये भिजवाया।

क्या है मामला
मिली जानकारी के अनुसार बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के बिभीपुरा का रहने वाला ताहिर हुसैन का बेटा दिलशाद हुसैन बड़हलगंज के पटना चौराहे पर पंचर की दुकान चलाता था, आरोप है कि बड़हलगंज इलाके की रहने वाली फौजी की बेटी का 11 फरवरी 2020 को स्कूल से लौटते समय उसने अपहरण कर लिया, लड़के के पिता की तहरीर पर पुलिस ने 17 फरवरी को केस दर्ज कर दिलशाद को हैदराबाद से पकड़ लिया, इस मामले में विवेचना के दौरान पुलिस ने रेप के साथ छात्रा के नाबालिग होने की वजह से पाक्सो एक्ट की धारा बढा दी, आरोपित लंबे समय से गोरखपुर जेल में बंद था, बताया जा रहा है कि महीने भर पहले वो जमानत पर छूटा था, पाक्सो एक्ट के तहत केस होने की वजह से सुनवाई तेज हो रही थी, शुक्रवार को केस की तारीख थी।

सिर में मारी गोली
कोरोना की वजह से कोर्ट परिसर में वादकारियों के आने पर रोक है, यही वजह है कि दिलशाद ने अपने वकील शंकर शरण शुक्ला को कचहरी गेट के पास से ही फोन कर आने की सूचना दी, वो उससे मिलने गेट से बाहर आ रहे थे, तभी एक व्यक्ति ने दिलशाद पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, पहली गोली मिस होने के बाद जान बचाने के लिये दिलशाद कचहरी गेट के अंदर घुसने का प्रयास किया, लेकिन फौजी ने पीछे से ही उसके सिर में गोली मार दी, गोली आर-पार निकल गई और वो जमीन पर गिर पड़ा। दिलशाद की मौत का यकीन होने के बाद फौजी वहां से निकला, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गोली लगने के बाद गेट के आसपास मौजूद पुलिस वाले भाग खड़े हुए, फौजी भी अंबेडकर चौराहे से एमपी इंटर कॉलेज की ओर जाने वाली सड़क पर एक अबाते में पिस्टल लेकर छिपा था, इस दौरान गेट पर साइकिल स्टैंड चलाने वाले ने उसकी पहचान कराई, पुलिस वालों ने उसे गिरफ्तार कर लिया।