नए साल पर शांति की तलाश में फिल्मस्टार गोविंदा, महादेव के मंदिर में किया अभिषेक

बॉलीवुड के फिल्मस्टार गोविंदा आजकल आध्यात्मिक शांति की तलाश में हैं। इसलिए वो देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड में हैं। उन्होंने वहां अभिषेक किया है।

New Delhi, Jan 05: फिल्मस्टार गोविंदा के लिए कहा जाता है कि वो बचपन से ही बेहद आध्यात्मिक हैं। वो बार बार ऐसे बयान देते नजर भी आए हैं। इसके अलावा गोविंदा के लिए कहा जाता है कि एक खुशदिल वाले चेहरे के पीछे ऐसा इंसान है, जिसने जिंदगी में कई गम देखे हैं। खुद इंटरव्यू में गोविंदा बता चुके हैं कि उन्होंने अपने परिवार में कुल मिलाकर 11 मौतें देखी हैं।

इस मंदिर में दर्शन करने पहुंचे गोविंदा
गोविंदा अपनी जिंदादिली के लिए भी जाने जाते हैं। इस बीच वो मुंबई की भागदौड़ भरी जिंदगी को छोड़कर शांति और आध्यात्म की तलाश में उत्तराखंड पहुंचे हैं। गुरुवार को गोविंदा ऋषिकेश में मौजूद नीलकंठ महादेव की शरण में पहुंचे और वहां जलाभिषेक किया। गोविंदा का उत्तराखंड प्रेम किसी से छुपा नहीं है, वो पहले भी कई बार उत्तराखंड पहुंच चुके हैं।

ऐसे बनाया फैंस को दीवाना
इससे पहले गोविंदा देहरादून पहुंचे तो उसके बाद हरिद्वार के लिए चल पड़े थे। जब प्रशंसकों को उनके पहुंचने की खबर मिली तो, होटल के बाहर भीड़ जुट गई। इसके बाद अगले दिन गोविंदा सुबह सुबह ही नीलकंठ महादेव के लिए चल पड़े। बताया जाता है कि ऋषिकेश में मौजूद नीलकंठ मंदिर भगवान शिव के जागृत स्वरूपों में से एक है, जहां हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

नीलकंठ मंदिर मों गोविंदा
गुरुवार सुबह गोविंदा ऋषिकेश के नीलकंठ महादेव मंदिर पहुंच गए। मंदिर में उन्होंने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। गोविंदा की सादगी का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि देहरादून से हरिद्वार जाते वक्त वो रायवाला में एकज छोटे से रेस्टोरेंट में रुके। वहां उन्होंने डिनर का ऑर्डर दिया। रेस्टोरेंट में मौजूद लोगों ने काली शॉल ओढ़े गोविंदा को देखा तो हैरान रह गए।

आम होटल में खास गोविंदा
देखते ही देखते गोविंदा के आसपास प्रशंसकों की भीड़ जमा हो गई। गोविंदा ने किसी को भी निराश नहीं किया और सभई को ऑटोग्राफ दिए। इसके बाद फिल्मस्टार गोविंदा ने डिनर के बाद होटल के स्टाफ को भी अपने पास बुलाया और खाने की जमकर तारीफ की। इसके बाद उन्होंने होटल के स्टाफ के साथ फोटो भी खिंचवाई। गोविंदा यहां करीब आधे घंटे तक रुके रहे।

ऋषिकेष में भोलेनाथ से मांगी दुआएं
इसके बाद अगले दिन सुबह सुबह गोविंदा ऋषिकेश में पहाड़ी पर स्थित नीलकंठ महादेव के मंदिर मेंं पहुंचे। यहां गोविंदा ने पूजा-अर्चना की। उन्होंने भगवान भोलेनाथ को जल चढ़ाया। इसके बहाद उन्होंने मंदिर के पुजारी से बातचीत की। वो काफी देर तक नीलकंठ महादेव के मंदिर परिसर में रुके रहे। यहां से ऋषिकेश का भव्य नजारा देखकर वो खुश हो गए।

मनसा देवी के भक्त हैं गोविंदा
इसके अलावा गोविंदा ने मां मनवसा देवी के भी दर्शन किए। बताया तो ये भी जा रहा है कि गोविंदा देहरादून में ही घर लेने की प्लान कर रहे हैं। देहरादून में अपने लिए एक ठिकाना खरीदने से पहले वो मां मनसा देवी के दर्शन के लिए भी पहुंचे। इससे पहले कई बार गोविंदा मां मनसा देवी के दर्शन के लिए आ चुके हैं। कहा जाता है कि एक बार गोविंदा कोर्ट केस में फंसे थे, तो मनसा देवी के दर्शनों के लिए आए थे।

शायद यहीं बस जाएंगे
बताया जाता है कि उस वक्त गोविंदा को कोर्ट केस से मुक्ति मिल गई थी। तबसे गोविंदा लगातार उत्तराखंड आते हैं और उत्तराखंड को अपनी जिंदगी का सबसे अहम हिस्सा मानते हैं। बताया जा रहा है कि गोविंदा अब उत्तराखंड में ही रहना चाहते हैं। उत्तराखंड की दैवीय शक्ति पर उन्हें पूरा भरोसा है औरद इसीलिए वो बार बार यहां आते रहते हैं।