कानपुर में इत्र कारोबारी के बाद वनस्पति घी बनाने वाले व्यवसायी के घर छापेमारी, नया अपडेट

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डीजीजीआई की टीम ने जिस खाद्य तेल निर्माता के आवास पर छापेमारी की है, वो शहर के सबसे महंगे तथा हाई प्रोफाइल इलाकों में से एक सिविल लाइंस में रहता है।

New Delhi, Dec 29 : कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां भारत की अब तक की सबसे बड़ी कैश बरामदगी के बाद ये मामला सुर्खियों में बना है, वहीं इस कामयाबी से उत्साहित भारतीय एजेंसियों की छापेमारी लगातार जारी है, इस बीच कानपुर से एक और बड़ी खबर ये आई है कि डीजीजीआई की टीम ने शहर के एक नामी खाद्य तेल निर्माता के आवास पर छापेमारी की है।

कानपुर में काले धन का एक और ‘कुबेर’
डीजीजीआई की टीम ने जिस खाद्य तेल निर्माता के आवास पर छापेमारी की है, वो शहर के सबसे महंगे तथा हाई प्रोफाइल इलाकों में से एक सिविल लाइंस में रहता है, उसके आवास के बाद ऑफिस में भी एक टीम छापेमारी करने पहुंची, छापेमारी करने गई टीम सभी कागजातों को कब्जे में लेने के बाद खरीद तथा बिक्री का मिलान कर रही है।

जीएसटी चोरी का आरोप
आपको बता दें कि जीएसटी चोरी के आरोप में ये छापेमारी की कार्रवाई की गई है, वहीं बीती रात ही लखनऊ जीएसटी की टीम इस बड़े कारोबारी के कागजात अपने कब्जे में ले रवाना हो गई थी, कानपुर में काले धन के कुबेर पीयूष जैन का काला चिट्ठा क्या खुला, मानो पूरे यूपी में जमाखोरी तथा टैक्स चोरी करने वालों की शामत आ गई है।

पूरे यूपी में सिर्फ एक ही चर्चा
पूरे शहर से लेकर देश के कोने-कोने में सिर्फ अकूत दौलत मिलने की चर्चा है, सोशल मीडिया पर इस घटनाक्रम को लेकर लगातार मीम्स बन रहे हैं, वहीं लोगों का ये भी कहना है कि नोटबंदी के बाद इतना कैश मिलना ये बताता है कि सरकार भले ही कितने कड़े कानून बना ले, लेकिन कुछ कारोबारी नियमों को तोड़कर अपना भंडार भरने में जरा भी देर नहीं करते।