गोली मारकर कहा – ये शैतान है और वो शैतान की मां, इस बात से खफा था गनर, जानकर चौंक जाएंगे आप

सरेबाजार जज की पत्‍नी और बेटे को शूट करने वाला गनर मानसिक तनाव में बताया जा रहा है । मां-बेटे की साथ में हत्‍या करने की असल वजह ये निकलकर आ रही है ।

New Delhi, Oct 14 : गुड़गांव, सेक्टर 49 में अतिरिक्‍त सत्री न्‍यायाधीश की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी महिपाल ने शनिवार को उनकी पत्‍नी और बेटे की सरेबाजार गोली मारकर हत्‍या कर दी । मां और बेटे को स्‍थानीय लोगों ने अस्‍पताल पहुंचाया, जिसके बाद रविवार सुबह महिला की मौत हो गई । जबकि जज के बेटे की हालत नाजुक बनी हुई है । गनर ने ऐसा कदम क्‍यों उठाया, ये एक बड़ा सवाल है । जिसकी अब दो वजहें सामने आती नजर आ रही है ।

मानसिक तनाव में था गनर
पुलिस के मुताबिक, आरोपी गनर महिपाल यादव छुट्टी न मिलने से तनाव में था । गनर ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि उसने 8 महीने पहले ईसाई धर्म अपना लिया था । वो करीब दो साल से जज के साथ बतौर गनर तैनात था । जज की पत्‍नी उसके धर्म परिवर्तन को लेकर उसे लगातार परेशान करती थी । जिसकी वजह से वो तनाव में आ गया था । वारदात के बाद उसने खुद जज को 3 कॉल किए और कहा कि – ‘मैंने तुम्हारी पत्नी-बेटी को गोली मारी है। मेरी मां और लोगों को इसके बारे में बता देना।’

छुट्टी ना देने से था नाराज
वहीं हत्‍या की दूसरी वजह बताई जा रही है गनर को छुट्टी ना मिलना । गनर महिपाल ने जज से कुछ दिनों की छुट्टी मांगी थी, जिस पर उसे जज और उनकी बीवी ने डांट लगाई थी । इतना ही नहीं एक अफसर के मुताबिक जज की पत्‍नी ने वारदात से पहले भी उसे डांट लगाई थी । वो उसे उसके धर्म परिवर्तन को लेकर काफी खरीखोटी सुनाती रहती थी । जज की पत्‍नी रेणु के साथ अकसर महिपाल की इस बात को लेकर तकरार हो जाती थी ।

घटना का वीडियो आया सामने
महिपाल ने रेणु और उसके बेटे धु्रव को सरेबाजार गोली मारी । शनिवार को आर्केडिया मार्केट में उस वक्‍त बेहत भीड़ का माहौल था, बावजूद इसके कोई इस घटना को रोक नहीं सका । रेणु और धु्रव बाजार खरीदारी के लिए आए थे, गाड़ी गनर महिपाल ही चला रहा था । दोनों के कार से उतरते ही महिपाल भी गाड़ी से उतरा और दोनों पर फायर कर दिया । महिपाल वहां खड़े लोगों से कहता हुआ सुनाई दिया – यह शैतान और शैतान की मां है।

फौरन हुई गिरफ्तारी
महिपाल ने घटना को अंजाम देने के बाद घायल ध्रुव को कार में ले जाने की कोशिश भी की थी लेकिन वो इसमें नाकाम रहा । इसके बाद वो दोनों को वहीं छोड़कर फरार हो गया । हालांकि कुछ दूरी पर ही उसे फरीदाबाद पुलिस द्वारा घेराबंदी कर पकड़ लिया गया ।  डीसीपी (पूर्व) सुलोचना गुर्जर के मुताबिक हेड कॉन्स्टेबल महिपाल मानसिक रूप से तनाव में था और इसीलिए उसने इस घटना को अंजाम दिया होगा ।