मां बोली, छुट्टियां है तो घर आ जा, लेकिन दो दिन बाद ही बेटी हो गई दुनिया से विदा

shika pandey

शिखा पांडेय की मां वैष्णवी ने बताया कि दो दिन पहले शिखा का उनके पास फोन आया था, उन्होने बताया था कि शनिवार और रविवार की छुट्टी है, तो उनकी मां ने उन्हें घर (ग्वालियर) बुलाया।

New Delhi, May 08 : नोएडा से नैनीताल जा रही बस रामपुर के पास बेकाबू होकर खाई में जा गिरी, जिसकी वजह से बस सवार ग्वालियर की रहने वाली शिखा पांडेय (23 साल) की मौत हो गई। जबकि बाकी उसके साथी सकुशल निकल गये। आपको बता दें कि शिखा पांडे ने 6 महीने पहले ही इंडिया मार्ट कंपनी नोएडा में बतौर सहायक प्रबंधक ज्वाइन किया था। मृतका ने साल 2015 में आईटीएम कॉलेज से बीसीए किया था।

जिम कार्बेट घूमने जा रही थी
प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त बस में सवार सभी लोग इंडिया मार्ट कंपनी के ही थे। सभी नोएडा से नैनीताल जिम कार्बेट पार्क घूमने जा रहे थे। jim-corbett-national-parkये लोग रात 11.30 बजे नोएडा से नैनीताल के लिये रवाना हुए थे, शिखा के पिता प्रभाकर पांडेय पेशे से वकील हैं और उनके भाई राजदीप की एक कंसल्टेंसी फर्म है।

मां ने घर बुलाया था
शिखा पांडेय की मां वैष्णवी ने बताया कि दो दिन पहले शिखा का उनके पास फोन आया था, उन्होने बताया था कि शनिवार और रविवार की छुट्टी है, Accident12तो उनकी मां ने उन्हें घर (ग्वालियर) बुलाया, जिसके बाद शिखा ने बताया कि छुट्टी में उनका नैनीताल जाने का प्रोग्राम है। वैष्णवी ने बताया कि आज तक उन्होने अपनी बेटी को कहीं भी आने-जाने से नहीं रोका था, इसलिये इस बार भी नहीं रोका, लेकिन मुझे क्या पता था कि वो इस तरह से दुनिया से विदा हो जाएगी।

काश रोक लिया होता
बेटी की मौत से सदमे में आई वैष्णवी पांडे बस एक ही बात कह रही हैं, कि काश वो अपनी बेटी को रोक ली होती, उन्हें नैनीताल नहीं जाने दिया होता। Dead Bodyतो शायद उनकी बेटी आज जिंदा होती। शिखा पांडे की अचानक मौत से पूरा परिवार सदमे में है, दोस्त-रिश्तेदार जो भी इस घटना के बारे में जान रहे हैं, वो मृतका के घर पहुंचकर उनके माता-पिता को तसल्ली दे रहे हैं।

शिखा नहीं जाना चाहती थी टूर पर
शिखा पांडेय के भाई राजदीप का कहना है कि उनकी बहन नैनीताल टूर पर नहीं जाना चाहती थी, खराब मौसम के बावजूद कंपनी के सहयोगियों ने उस पर दबाव बनाया, accidentकि वो भी उनके साथ टूर पर चले, इसी वजह से वो जाने को राजी हो गई। राजदीप भी खुद को कोस रहे हैं, कि काश अपनी बहन को टूर पर जाने से रोक लेते, तो शायद उनकी बहन जिंदा होती।

अचानक झटका लगा, तो आंख खुली
बस सवार एक शिखा की सहयोगी ने बताया कि हमारा 22 लोगों का ग्रुप नैनीताल के जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान घूमने जा रहा था, सुबह करीब 6.30 बजे सभी लोग नींद में थे, अचानक झटका लगा, तो सभी की आंखें खुल गई। accident1बस खाई में झुकती हुई दिखाई दी, जिसके बाद चीख-पुकार के बीच बस करीब 13 फीट नीचे खाई में जा गिरी। बस के भीतर हमारी कमर तक पानी पहुंच गया था। फिर सबको एक-एक कर इमरजेंसी विडों से बाहर निकाला गया। खाई के पानी से बदबू आ रही थी, जिसकी वजह से सबका दम घुट रहा था।

सीटों के बीच फंस गई थी शिखा
बस सवार एक युवती ने बताया कि 15-20 मिनट की कोशिशों के बाद सभी लोग सुरक्षित बाहर निकल गये। Dead Bodyबाहर निकलने के बाद जब हम सामान्य हुए, तो शिखा कहीं नजर नहीं आ रही थी, जिसके बाद 7 लोग दोबारा नाले में उतरे, लेकिन पानी गंदा होने की वजह से शिखा नजर नहीं आ रही थी। तब हम लोगों ने ग्रामीणों से मदद मांगी, जिसके बाद टैक्टर से खींचकर बस को बाहर निकाला गया। बस के बाहर आने के बाद दिखा, कि शिखा सीटों के बीच फंसी हुई थी। उसके पैर , कंधे और हाथ सीट टूटने की वजह से फंसे हुए थे। वहां से निकालने के बाद एंबुलेंस से उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।