एक हादसे से खत्म हुआ दुनिया के इस दिग्गज विकेटकीपर का करियर, धोनी भी हैं कोसो पीछे

South Africa

दुनिया के सबसे सफल विकेटकीपरों में गिने जाने वाले मार्क का आज जन्मदिन भी है, वो आज 41 साल के हो गये।

New Delhi, Dec 03 : टीम इंडिया श्रीलंका से सीरीज खेलने के बाद दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाएगी, इस दौरे से पहले से ही कहा जा रहा है कि विराट कोहली की टीम की असली परीक्षा यही होगी, तेज पिचों पर अफ्रीकी गेंदबाजों को खेलना भारतीय बल्लेबाजों के लिये आसान नहीं होगा। खैर आज हम दक्षिण अफ्रीका के सफल विकेटकीपर बल्लेबाज रहे मार्क बाउचर की बात करते हैं, दुनिया के सबसे सफल विकेटकीपरों में गिने जाने वाले मार्क का आज जन्मदिन भी है, वो आज 41 साल के हो गये।

22 साल की उम्र में किया डेब्यू
अफ्रीकी विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क माउचर ने साल 1997 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था, तब उनकी उम्र 22 साल थी,mark-boucher हालांकि साल 2012 में हुए एक क्रिकेट हादसे में अचानक ही उनका क्रिकेट करियर खत्म हो गया, उन्हें विकेटकीपिंग करते हुए आंख में चोट लगी थी, चोट इतनी खतरनाक थी कि दुबारा वो कभी क्रिकेट में वापसी नहीं कर सके।

कैसे लगी चोट ?
10 जुलाई 2012 को समरसेट और साउथ अफ्रीकन्स टीम के बीच मैच खेला जा रहा था, मैच के 46वें ओवर में इमरान ताहिर ने जर्मल हुसैन को बोल्ड कर दिया,Mark Boucher2 लेकिन गेंद स्टम्प पर लगने के बाद विकेट के पीछे खड़े विकेटकीपर मार्क की आंख पर जा लगी, जिससे वो वही गिर पड़े, जल्दबाजी में उन्हें मैदान से बाहर भेजा गया, लेकिन चोट इतनी खतरनाक थी कि दुबारा वो कभी क्रिकेट के मैदान पर वापसी नहीं कर सके।

हेलमेट ना होने की वजह से लगी चोट
मार्क बाउचर विकेटकीरपिंग के दौरान हेलमेट नहीं पहने हुए थे, चूंकि इमरान ताहिर स्पिन गेंदबाजी करते हैं, इसलिये वो विकेट के पास ही चिपककर खड़े थे, Mark Boucher3ताहिर की गेंद सीधे स्टंप पर लगी, और बेल्स उछलकर मार्क के आंखों में जा घुसा, शायद अगर उन्होने हेलमेट पहना होता, तो ऐसा हादसा नहीं होता, लेकिन हेलमेट ना होने की वजह से उन्हें रिटायरमेंट का फैसला लेना पड़ा।

टेस्ट के नंबर वन विकेटकीपर
मार्क बाउचर का क्रिकेट करियर साल 2012 में समाप्त हो चुका है, पांच साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी अभी तक उनका रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ सका है, mark 3उनके नाम टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा शिकार यानी कैच और स्टंपिंग का विश्व रिकॉर्ड दर्ज है। आपको बता दें कि बाउचर ने 147 टेस्ट मैचों में 555 शिकार किये हैं, जिसमें 532 कैच और 23 स्टंपिंग शामिल है।

मार्क बाउचर रिकॉर्ड
मार्क बाउचर तीनों प्रारुपों के अच्छे खिलाड़ी माने जाते थे, वो विकेट की पीछे जितने चुस्त-दुरुस्त थे, विकेट के आगे भी उन्होने कई बार महत्वपूर्ण पारियां खेली। Mark Boucher1इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने 147 टेस्ट मैचों में 5,515 रन बनाएं, तो 295 एकदिवसीय मैचों में उन्होने 4686 रन बनाये हैं, इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 85 का रहा है।

क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा शिकार
दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर मार्क बाउचर के नाम क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा खिलाड़ियों को आउट करने का भी रिकॉर्ड है, Mark Boucherउन्होने अपने करियर में 998 बल्लेबाजों को आउट किया है, जो कि एक विश्व रिकॉर्ड है। आपको बता दें कि बाउचर क्रिकेट के अलावा स्क्वॉश, रग्बी, क्रॉस कंट्री और स्विमिंग के भी माहिर खिलाड़ी हैं।

धोनी भी नहीं तोड़ पाये रिकॉर्ड
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के बारे में कहा जाता था कि वो मार्क के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं, Dhoni4हालांकि वो भी उस रिकॉर्ड को आस-पास नहीं पहुंच सके और टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। मालूम हो कि माही ने 90 टेस्ट मैच में कुल 294 शिकार किये हैं, जिसमें 256 कैच और 38 स्टंपिंग है। धोनी टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले चुके हैं, वो सिर्फ सीमित ओवरों के क्रिकेट में खेलते हैं।

गिलक्रिस्ट दूसरे नंबर पर
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज गिलक्रिस्ट मार्क बाउचर के बाद दूसरे नंबर पर हैं, उन्होने 96 टेस्ट मैचों में कुल 416 शिकार किये, adamजिसमें 379 कैच और 37 स्टंप आउट है। आपको बता दें कि गिलक्रिस्ट भी अब क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं, वो फिलहाल क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद कमेंट्री करते हैं।