मैच से ठीक पहले फ्रेंचाइजी ने कप्तानी से हटाया, होटल छोड़कर जाने लगा खिलाड़ी

Miraz

फ्रेंचाइजी के अधिकारियों के साथ अनबन के बाद मेहदी हसन रविवार दोपहर चट्टोग्राम चैलेंजर्स टीम होटल से बाहर जाने का मन बना लिया।

New Delhi, Jan 31 : बांग्लादेश प्रीमियर लीग में कप्तानी को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है, दरअसल मेहदी हसन मिराज को शनिवार को सिलहट सनराइजर्स के खिलाफ मुकाबले से कुछ घंटे पहले कप्तानी से हटा दिया गया था, इसके बाद 24 वर्षीय ऑलराउंडर ने शनिवार को टीम के बाकी सदस्यों के साथ प्रशिक्षण सत्र में भी हिस्सा नहीं लिया था।

वापस जा रहे थे
फ्रेंचाइजी के अधिकारियों के साथ अनबन के बाद मेहदी हसन रविवार दोपहर चट्टोग्राम चैलेंजर्स टीम होटल से बाहर जाने का मन बना लिया, वो चट्टोग्राम से ढाका जाने वाली शाम 5.30 बजे की फ्लाइट से वापस जाना चाहते थे, हालांकि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निजामुद्दीन चौधरी ने उन्हें ढाका नहीं जाने के लिये मनाया। कथित तौर पर मिराज ने फ्रेंचाइजी और बीसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को सूचित किया, कि वो ढाका में अपनी बीमार मां के साथ रहने के लिये टीम छोड़ना चाहते हैं, मिराज की पत्नी और बच्चा पहले से ही उस कार में थे, जो उन्हें हवाई अड्डे तक ले जाने वाली थी।

फ्रेंचाइजी पर गुस्सा
निजामुद्दीन चौधरी के मनाने के बाद होटल लौटने पर ऑलराउंडर मेहदी हसन मिराज ने झूठ फैलाने के लिये फ्रेंचाइजी के सीईओ यासिर आलम पर गुस्सा निकाला, जब मिराज को कप्तान के पद से हटाया गया, तो आलम ने कहा कि वो मुख्य कोच पॉल निक्सन की सलाह पर काम कर रहे थे, लेकिन मिराज का दावा है कि उन्होने ऐसा नहीं करने को कहा था।

3 घंटे पहले मेरी कप्तानी छीनी गई
मिराज ने कहा, वास्तव में मेरे पास अब खेलने की और मानसिकता नहीं बची है, पिछले दिन क्या हुआ, ये वास्तव में नहीं जुड़ता है, हमारे मैच से 3 घंटे पहले उन्होने मुझे सूचित किया, कि मैं अब कप्तान नहीं हूं, मैंने उनसे कहा कि वो मुझे पहले सूचित कर सकते थे, ये एक खिलाड़ी के लिये बहुत अपमानजनक है। मिराज ने कहा, उन्होने जो बयान दिया है, कोच ने मुझे कप्तान के रुप में बर्खास्त करने का सुझाव दिया, पूरी तरह से गलत है, आप कोच से पूछ सकते हैं, मैंने उनसे आधे घंटे बात की, यासिर का बयान पूरी तरह से गलत है, यासिर सबसे बड़ा गुनहगार है, मुझे यकीन है कि वो टीम के ऑनर को बताते हैं कि क्या करना है, टीम ऑनर एक अच्छे इंसान हैं, वो टीम के मामलों में दखल नहीं देते हैं। मिराज ने उन अफवाहों के बारे में भी बात की, उनके बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आने की इच्छा ने टीम में दरार पैदा किया, उन्होने कहा मैंने बीपीएल में पिछले दो साल से पारी की शुरुआत की थी, मैंने सलामी बल्लेबाज के तौर पर अच्छा खेला, मैंने सिर्फ अपनी राय दी, मैंने कुछ भी जबरदस्त नहीं किया, अगर मैंने मजबूर किया होता, तो मैं पारी की शुरुआत करता। मिराज सीईओ के प्रति काफी मुखर थे, उन्होने कहा मैं नहीं खेलूंगा, अगर वो आस-पास है, अगर यासिर भाई फ्रेंचाइजी में नहीं हैं, तो मैं खेलूंगा, नहीं तो मैं नहीं खेलूंगा।