अस्पताल में डिलीवरी के लिए आई एक महिला के प्रसव के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया । बच्चे के जन्म के बाद जो बात पता चली उसने नर्स समेत 3 लोगों को बेहोश कर दिया ।
New Delhi, Sep 20 : कहते हैं डॉक्टरों से कोई मर्ज नहीं छिपता, वो हर बीमारी को जान लेते हैं और उसका इलाज करने की भी पूरी कोशिश करते हैं । लेकिन तब क्या हो जब मरीज ही अपना मर्ज छुपा लें ओर कुछ ऐसा हो जाए कि डॉक्टर को ही बीमारी से संक्रमण का खतरा हो जाए । ऐसा ही कुछ हुआ एक अस्पताल में, जहां डिलीवरी के लिए आई महिला ओर उसके परिजनों ने डॉक्टरों को सबसे जरूरी बात बतानी जरूरी नहीं समझी । जब ये बात वहां मोजूद नर्सों को पता चली तो वो बेहोश हो गईं ।
भयंकर लेबर पेन में आई थी महिला
जिला महिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लेबर पेन से तड़पती एक महिला पहुंची । उसे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था । डॉक्टरों ने उस महिला को फैारन लेबर रूम में ले जाना उचित समझा । महिला के साथ आए परिजन डिलीवरी का वेट करने लगे । कुछ देर बाद अस्पताल के स्टाफ ने उन्हें बताया कि महिला को बेटा हुआ है । लेकिन इसके बाद हुए खुलासे ने डॉक्टरों और नर्सों के पैरों तले से जमीन ही खिसका दी ।
एचआईवी संक्रमित थी महिला
दरअसल, डिलीवरी के बाद स्टाफ को पता लगा कि महिला एचआईवी से ग्रसित थी । उसकी दवाओं की जानकारी लेने के लिए जब उसकी मेडिकल फाइल खोली गई तो पता चला कि वो एचआईवी से बच्चे का बचाव हो सके इसके लिए दवाईयां खा रही थी । यह बात पता चलते ही डिलीवरी कराने वाली दोनों सुनते ही दो नर्स और एक फज्ञेर्थ कलास स्टाफ की महिला खुद को एचआइवी संक्रमण न हो जाये इसलिए घबराकर बेहोश हो गईं ।
परिजनों ने छिपाई बात
दरअसल डॉक्टरों ने महिला के तेज लेबर पेन के चलते इस बात पर गौश्र नहीं किया, जल्दबाजी में उसके परिजन भी ये बताना भूल गए । हालांकि इस बारे में बताया जाना बहुत ही जरूरी था । डिलीवरी के बाद से अस्पताल प्रशासन भी नाराज है, उन्होने परिजनों पर ये बात छिपाने का आरोप लगाया है । दरअसल ऐसी महिला की डिलीवरी के समय एक खास किट का प्रयोग किया जाता है, लेकिन इस केस में ऐसा नहीं किया गया । जो लेबर रूम में मौजूद रहे लोगों के लिए जानलेवा हो सकता है ।
एचआईवी संक्रमण
एचआई संक्रमण से ग्रसित महिला की नॉर्मल डिलीवरी नहीं बल्कि ऑपरेशन करना सही माना गया है । योनि से बच्चे के जन्म, स्तनपान और गर्भावस्था के समय ये संक्रमण बच्चे को भी संक्रमित कर सकता है । डॉक्टरों को डिलीवरी से पहले ये बात पता होती तो महिला को उसी के अनुसार प्रसव कराया जाता । लेकिन परिवार वालों द्वारा छुपाई गई इस बात के कारण बच्चे को भी खतरे की आशंका हो सकती है । डॉक्टर अब परिजनों को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं । फिलहाल मां-बच्चा दोनों ठीक हैं ।