आज इमरान खान प्रधानमंत्री पद से दे सकते हैं इस्तीफा, कल जा सकते हैं जेल?, जानिये मामला

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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी प्रमुख इमरान खान अगला चुनाव होने तक देश की बागडोर केयरटेकर गवर्नमेंट के हाथों में सौंपने की बात अपनी जनसभा में कर सकते हैं।

New Delhi, Mar 27 : अपनी सरकार बचाने की कोशिश कर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आज इस्लामाबाद में अपनी जनसभा के दौरान इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं, सूत्रों का दावा है कि 28 मार्च को फॉरेन फंडिंग केस में इमरान की गिरफ्तारी हो सकती है, इससे पहले वो रविवार को इस्लामाबाद में जनसभा के दौरान पीएम पद से इस्तीफा देकर पाकिस्तान में तय समय से पहले चुनाव कराने की मांग कर सकते हैं।

आज देंगे इस्तीफा
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी प्रमुख इमरान खान अगला चुनाव होने तक देश की बागडोर केयरटेकर गवर्नमेंट के हाथों में सौंपने की बात अपनी जनसभा में कर सकते हैं, सीएनएन-न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव का सामना नहीं करेंगे, सूत्रों की मानें, तो पाक आर्मी भी इमरान खान में अपना विश्वास नहीं जता रही, उन पर सोशल मीडिया कैम्पेन चलाकर आर्मी में फूट पैदा करने का आरोप है, साथ ही 2019 में सेना प्रमुख रहे जनरल कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल बढाने में देरी करने के कारण पाक सेना के अधिकारी भी उनसे खफा हैं।

इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
बीते बुधवार को इमरान ने एक बयान में कहा था कि वो किसी भी कीमत पर अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे, विपक्षी दलों को अपनी सरकार बचाकर चौंकाएंगे, हालांकि वर्तमान सरकार जिन दलों के सहयोग से चल रही है, imran Khan (1) उनमें से 3 ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान इमरान खान के खिलाफ वोटिंग करने के संकेत दिये हैं, बीते 8 मार्च को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज, तथा पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के करीब 100 सांसदों ने इमरान सरकार के खिलाफ एसेंबली सचिवालय को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा था, विपक्षी दलों ने पाक की चौपट अर्थव्यवस्था और बढती महंगाई के लिये इमरान खान और उनकी सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है।

सरकार बचाने के लिये 172 सदस्यों का समर्थन
पाक की 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान इमरान खान के नेतृत्व वाली पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को अपनी सरकार बचाने के लिये 172 सदस्यों के समर्थन की जरुरत होगी, लेकिन खुद इमरान की पार्टी के करीब दो दर्जन सांसदों ने उनके विरोध में आवाज बुलंद कर रखी है, दूसरी ओर इमरान विपक्षी दलों पर सांसदों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रहे हैं, शुक्रवार को विपक्ष के हंगामे के बाद पाकिस्तान नेशनल असेंबली में इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं हो सका था, इसे 28 मार्च शाम 4 बजे तक के लिये टाल दिया गया था।

भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
पाक चुनाव आयोग के समक्ष पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के एक स्टेटमेंट से पता चला है कि इमरान की पार्टी को 1.64 अरब रुपये की विदेशी फंडिंग मिली, जिसमें से 31 करोड़ रुपये से ज्यादा की विदेशी फंडिंग को छिपाया गया, इसका कोई हिसाब नहीं रखा गया, पीटीआई को 16 करोड़ रुपये से ज्यादा का चंदा अकेले एक विदेशी कंपनी से मिला, वहीं 349 विदेशी कंपनियों और विदेशी मूल के 88 लोगों से पीटीआई ने अवैध चंदा प्राप्त किया, विदेशी फंडिंग का एक बड़ा हिस्सा कैश के रुप में पीटीआई को मिला, भ्रष्टाचार के इन्हीं आरोपों में इमरान खान और उनकी सरकार बुरी तरह फंस चुकी है।