13 छात्राओं से दुष्‍कर्म, 8 हो गईं गर्भवती, हैवान टीचर को दी गई सजा-ए-मौत

अदालत ने इस मामले में फैसला सुनाया, जिसे लेकर वेबसाइट पर स्‍टेटमेंट भी जारी किया गया है । बयान के मुताबिक कोर्ट ने कहा, ‘हम आरोपी को इस मामले में सजा-ए-मौत सुनाते हैं।’

New Delhi, Apr 05: इंडोनेशिया में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जिस पर अदालत ने वाजिब फैसला देते हुए आरोपी को मौत की सजा सुनाई है । दरअसल कोर्ट ने एक टीचर को मौत की सजा दी है, टीचर के नाम पर इस कलंक ने इस्‍लामिक स्‍कूल में 13 छात्राओं के साथ रेप किया था । मामले में इस टीचर को आजीवन कैद की सजा मिली थी, जिसका अभियोजन पक्ष ने विरोध किया और उसकी सजा-ए-मौत की मांग की थी।

धार्मिक बोर्डिंग स्‍कूल में हुई करतूत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, टीचर हेरी वीरावन की इस काली करतूत के बाद इंडोनिशया में धार्मिक बोर्डिंग स्‍कूल की सुरक्षा पर सवाल उठ गए थे । इस बात की जरूरत भी महसूस की गई कि कैसे इन बच्‍चों को ऐसे स्‍कूल में सुरक्षित रखा जाए । इससे पहले टीचर हेरी वीरावन को फरवरी में बांडुंग में मौजूद सिटी कोर्ट ने आजीवन उम्रकैद की सजा सुनाई थी । जिसके बाद अभियोजन पक्ष ने इस मामले में सजा-ए-मौत देने की अपील की थी।

कोर्ट का स्‍टेटमेंट
सोमवार को बांडुग हाईकोर्ट ने इस मामले में फैसला सुनाया । कोर्ट की वेबसाइट पर जारी स्‍टेटमेंट के मुताबिक कोर्ट ने कहा, ‘हम आरोपी को इस मामले में मौत की सजा सुनाते हैं।’ मामले rapeमें दोषी टीचर के वकील ने किसी भी तरह की प्रतिक्रया देने से इनकार कर दिया है । उनसे पूछा गया था कि क्‍या वह इस मामले में अपील करेंगे?  जबकि अभियोजन पक्ष ने कहा कि इस मामले में तभी कोई कमेंट करेंगे, जब उन्‍हें पूरा आदेश मिलेगा । मामले में देश के बाल संरक्षण मंत्री ने इस सजा को उपयुक्‍त बताया है, हालांकि मानवाधिकार आयोग ने मौत की सजा दिए जाने का विरोध किया है।

ये है पूरा मामला
आपको बता दें साल 2016 से लेकर 2021 के बीच हेरी वीरावन नाम के इस टीचर ने 12 से 16 साल के बीच की माइनर छात्राओं के साथ यौन शोषण किया । इनमें से 8 छात्राएं गर्भवती तक हो गई थीं । ये बात खुद कोर्ट की ओर से कही गई हैं । आपको बता दें इंडोनेशिया दुनिया के बड़े मुस्लिम राष्‍ट्रों में से एक है, यहां हजारों की संख्‍या में इस्‍लामिक बोर्डिंग स्‍कूल और अन्‍य धार्मिक स्‍कूल मौजूद हैं । जहां गरीब परिवार से आने वाले बच्‍चों को शिक्षा दी जाती है । लेकिन ऐसी जगह में टीचर के कुकृत्‍य का ये मामला दिल दहलाने वाला है । बच्चियों के अभिभावक जहां फैसले से राहत महसूस कर रहे हैं वहीं स्‍कूलों में बच्‍चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित भी हैं ।