नौसेना को मिला बराक-बह्मोस से लैस INS विशाखापट्टनम, कांप उठेंगे चीन-पाक

Visakhapatnam

राजनाथ सिंह ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन की परिभाषा की मनमानी तौर पर व्याख्या कर कुछ देशों द्वारा समुद्र के कानून को लगातार कमजोर किया जा रहा है।

New Delhi, Nov 21 : रविवार को केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में समुंदर का सिकंदर कहे जाने वाले आईएनएस विशाखापत्तनम को भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल किया, ये रॉकेट लांचर, जैविक-केमिकल अटैक प्रूफ जैसे तकनीक से लैस है, रविवार को मुंबई में आईएनएस विशाखापत्तनम को नौसेना में शामिल किये जाने के कार्यक्रम के दौरान राजनाथ सिंह ने चीन पर जमकर निशाना साधा।

चीन पर निशाना
राजनाथ सिंह ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन की परिभाषा की मनमानी तौर पर व्याख्या कर कुछ देशों द्वारा समुद्र के कानून को लगातार कमजोर किया जा रहा है, उन्होने कहा कि rajnath अपना आधिपत्य जमाने तथा संकीर्ण पक्षपाती हितों वाले कुछ गैर-जिम्मेदार देश अंतरराष्ट्रीय कानूनों की गलत व्याख्या कर रहे हैं।

विध्वंसक जहाज
नेवी के शीर्ष कमांडरों की मौजूदगी में शामिल किया गया ये मिसाइल विध्वंसक जहाज सभी आधुनिक तकनीकों से लैस है, आईएनएस विशाखापत्तनम का निर्माण स्वदेशी स्टील से किया गया है, इसके निर्माण में इस्तेमाल 75 फीसदी से ज्यादा सामान स्वदेशी है, ये करीब 163 मीटर लंबा और 17 मीटर चौड़ा है, इसकी वहन क्षमता भी 7400 टन से ज्यादा है, इसमें 4 गैस टरबाइन इंजन लगाये गये हैं, ये अधिकतम 56 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से चल सकता है।

सभी तरह के हथियारों से लैस
आईएनएस विशाखापत्तनम सभी तरह के हथियारों से लैस है, ये सतह से सतह, तथा सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल मध्यम और छोटी दूरी की बंदूकें, पनडुब्बी रोधी रॉकेट और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और संचार प्रणालियों समेत घातक हथियारों और सेंसर से लैस है, इस जहाज पर दो हेलीकॉप्टरों को संचालित करने की क्षमता है, इस जहाज में जैविक और केमिकल हमले झेलने की भी क्षमता है, इसके अलावा ये एंटी शिप ड्रोन, विमान और बैलेस्टिक मिसाइल का खात्मा करने में भी सक्षम है।