ये है 30 लाख पैकेज सैलरी वाला ठग, 48 लाख नकद, लग्जरी कार बरामद

Noida

ठगी के मामले को लेकर स्थानीय निवासी मोहम्मद रियाज हसन ने थाना सेक्टर 58 नोएडा में शिकायत की थी कि फर्जी तरीके से नाम बदलकर लालच देकर उसके साथ धोखा किया गया।

New Delhi, Jan 12 : इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर साइबर फ्रॉड करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है, नोएडा के कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस ने एक महिला समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, इनके कब्जे से 47.55 लाख रुपये, 4 लग्जरी कारें, एक हार्ले डेविडसन बाइक, 16 मोबाइल फोन, 6 लैपटॉप, 100 के करीब आधार कार्ड तथा अन्य सामान बरामद किया गया है।

धोखाधड़ी का केस
दरअसल ठगी के मामले को लेकर स्थानीय निवासी मोहम्मद रियाज हसन ने थाना सेक्टर 58 नोएडा में शिकायत की थी कि फर्जी तरीके से नाम बदलकर लालच देकर उसके साथ धोखा किया गया, बार-बार पैसे निवेश कराने के नाम पर करीब 2 करोड़ रुपये की ठगी की गई है।

एमबीए छात्र की 30 लाख का पैकेज
मास्टर माइंड नीरज ने दिल्ली से एमबीए किया, वो नोएडा में कोलोप्लास्ट कंपनी में 15 लाख के पैकेज में काम करता था, फिलहाल वो मुंबई की प्राइवेट कंपनी में करीब 30 लाख के पैकेज पर काम कर रहा था, rupees4 उसके सहयोगी अमरपाल ने मेरठ एफआईटी से एमसीए किया था, उसने कुछ समय कंपनी में काम किया, उसके बाद स्वयं का एनजीओ जीवन छाया चलाने लगा, इसके जरिये वो फर्जीवाड़ा करता रहा, गैंग का सरगना शंभुनाथ (फर्ज नाम) उर्फ अजहर उर्फ अजहरुद्दीन है।

फर्जी नामों के थे मास्टरमाइंड
साइबर फ्रॉड करने वाले अंतरराज्यीय गैंग का भंडाफोड़ करते हुए एक महिला समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान निखिल जाधव (फर्जी) उर्फ नीरज कुमार, शंभुनाथ (फर्जी) उर्फ अजहर उर्फ अजहरुद्दीन (असली नाम), एके त्रिपाठी (फर्जी नाम) उर्फ विकास, अटल उर्फ राम प्रताप, एके गुप्ता, स्वाति सेठिया उर्फ प्रीति त्यागी उर्फ नीतू आर्या, सुनील, रिहान को अमरपाल के घर डासना से गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में उन्होने बताया कि विकास, सोहन और नीतू 2017 में इंडिया इंफो फाइनेंस लिमिटेड सेक्टर 63 नोएडा में नौकरी करते थे, जहां पर उनकी मुलाकात नीरज, अजहर और अमरपाल से हुई, ये सब अलग-अलग कंपनियों की इंश्योरेंस पॉलिसियों का डाटा रखते थे, जिससे ये लोगों को फर्जीवाड़ा का शिकार बनाते थे, कंपनियों की पॉलिसियों के नाम पर ही इन्होने मो. रियाज हसन से करीब 2 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया था।