मुश्किल में केजरीवाल सरकार, मंत्री की पत्नी के पास लाखों की बेनामी जेवरात मिले

केजरीवाल के मंत्री पर टैक्स चोरी के आरोप लगे थे। कैलाश गहलोत के दक्षिणी दिल्ली के वसंत कुंज स्थित ठिकाने पर भी इनकम टैक्स विभाग का एक दस्ता पहुंचा था, जिसने जांच-पड़ताल की।

New Delhi, Oct 25 : दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। इनकम टैक्स विभाग ने गुरुवार 25 अक्टूबर को उनके एक मंत्री के घर पर छापेमारी की, जिसमें मंत्री की पत्नी के पास से लाखों रुपये की बेनामी जेवरात बरामद किये गये हैं। आयकर विभाग सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी एएनआई ने दावा किया है, कि गहलोत और उनकी पत्नी के पास से करीब 28 लाख रुपये के बेनामी सोने के गहने मिले हैं, आयकर विभाग ने इससे पहले भी उनके 16 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें करीब दो करोड़ रुपये के जेवरात और 37 लाख रुपये नकदी जब्त किये गये थे।

इसी महीने पहले छापेमारी
इससे पहले दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत के 16 ठिकानों पर 10 अक्टूबर को आयकर विभाग ने ताबड़तोड़ छापेमारी की थी, कैलाश गहलोत से जुड़े ये ठिकाने नई दिल्ली और गुरुग्राम में बताये जा रहे हैं। एएनआई के अनुसार आयकर विभाग के सूत्रों का दावा है कि ब्रिस्क इंफ्रास्ट्रक्चर और डेवलपर्स लिमिटेड और कॉरपोरेशन इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज के यहां भी छापेमारी हुई थी।

मंत्री पर टैक्स चोरी के आरोप
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केजरीवाल के मंत्री पर टैक्स चोरी के आरोप लगे थे। कैलाश गहलोत के दक्षिणी दिल्ली के वसंत कुंज स्थित ठिकाने पर भी इनकम टैक्स विभाग का एक दस्ता पहुंचा था, जिसने जांच-पड़ताल की। इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कैलाश गहलोत ने जिस स्तर पर लेन-देन किया है, उसमें करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी की आशंका है।

नजफगढ से विधायक
आपको बता दें कि कैलाश गहलोत नजफगढ से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं, हाल ही में केजरीवाल सरकार में उन्हें परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अपने मंत्री के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी पर सीएम ने ट्वीट किया था। केजरीवाल ने तंज कसते हुए ट्विटर पर लिखा था कि नीरव मोदी और विजय माल्या से दोस्ती और हम पर छापेमारी ?

पहले भी रह चुके हैं सुर्खियों में
ऐसा नहीं है कि केजरीवाल के मंत्री कैलाश गहलोत पहली बार गलत वजहों से सुर्खियों में हैं, विवादों से उनका पुराना नाता रहा है। इससे पहले आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में भी वो सुर्खियां बटोर चुके हैं। चुनाव आयोग ने इस मामले में उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराया था, हालांकि बाद में कोर्ट से उन्हें राहत मिल गई थी।