समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं बीजेपी सांसद, 1 दिन के लिये रह चुके हैं सीएम

जगदंबिका पाल 2014 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे, बीजेपी ने उन्हें डुमारियागंज से प्रत्याशी बनाया था।

New Delhi, Aug 29 : यूपी के डुमारियागंज से बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल फिर से एक बार पाला बदलने को तैयार हैं, कहा जा रहा है कि बीजेपी छोड़ वो सपा का दामन थाम के फिराक में हैं। जगदंबिका पाल के बारे में कहा जा रहा है कि इस बार बीजेपी से उनका टिकट कट सकता है, इसलिये वो दल बदलकर संसद पहुंचने की फिराक में हैं, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ उनकी गुप्त मीटिंग भी हुई है।

दो दर्जन सांसदों के कटेंगे टिकट
कहा जा रहा है कि बीजेपी यूपी में करीब दो दर्ज सीटिंग सांसदों के टिकट काटेगी, जिसमें जगदंबिका पाल का नाम भी शामिल है, लिहाजा वो अपने लिये नया ठिकाना तलाश रहे हैं। जगदंबिका पाल अटल जी के श्रद्धांजलि देने के मौके पर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के साथ नजर आये थे, लेकिन तब किसी ने इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया, लेकिन अखिलेश से गुप्त मीटिंग की बात सामने आने के बाद इसकी चर्चा तेज हो गई।

कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे
आपको बता दें कि जगदंबिका पाल 2014 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे, बीजेपी ने उन्हें डुमारियागंज से प्रत्याशी बनाया था, उससे पहले वो इसी सीट से कांग्रेस सांसद थे। कहा जाता है कि सलमान खुर्शीद से मतभेद होने के बाद उन्होने कांग्रेस छोड़ने का फैसला लिया था, तब एक यूपी बीजेपी के नेता ने उनकी मुलाकात अमित शाह से करवाया था, जिसके बाद उन्हें टिकट देने का भरोसा दिया गया, फिर उन्होने बीजेपी ज्वाइन कर लिया था।

पाला बदलने में माहिर
जगदंबिका पाल सियासी पाला बदलने में माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं, उन्होने कांग्रेस से अपना राजनीतिक सफर शुरु किया था, फिर साल 1997 में नरेश अग्रवाल, राजीव शुक्ला और श्याम सुंदर शर्मा के साथ मिलकतर अखिल भारतीय लोकतांत्रिक कांग्रेस का गठन किया था, इस पार्टी ने कल्याण सिंह की सरकार को समर्थन किया था, जिसके बाद उस सरकार में जगदंबिका पाल को परिवहन मंत्री बनाया गया था।

1 दिन के सीएम रह चुके हैं
जगदंबिका पाल यूपी में एक दिन के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं, हालांकि इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद उन्हें पद छोड़ना पड़ा था। दरअसल तब हाईकोर्ट ने तत्कालीन गवर्नर रोमेश भंडारी के फैसले को पलट दिया था, जिसके बाद यूपी में फिर से एक बार कल्याण सिंह की सरकार को बहाल करवा दिया गया था।

हो सकती है साइकिल की सवारी
जगदंबिका पाल यूपी में कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं, साल 2009 में उन्हें डुमारियागंज से कांग्रेस ने लोकसभा का टिकट दिया, वो जीतकर संसद पहुंचे, उसके बाद 2014 में चुनाव से ठीक पहले उन्होने पाला बदल बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा, मोदी लहर में फिर से संसद पहुंच गये, अब 2019 में साइकिल की सवारी करने के फिराक में हैं, सूत्रों का दावा है कि अखिलेश यादव जगदंबिका पाल को भाव दे रहे हैं, अगले कुछ दिनों में वो समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।