जदयू का तंज, ‘तेजस्वी भी इस मामले में पिता से कमजोर नहीं हैं’

तेजस्वी जी, क्या यह मणि आपका रिश्तेदार नहीं और क्या यह वही मणि यादव नहीं है, जिसे 2011 में गांधी मैदान थाना में देह व्यापार के आरोप में पकड़ा गया था?

New Delhi, Aug 08 : न्यायिक मौन झेल रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद जहां दुष्कर्म के आरोपी विधायक राजवल्लभ यादव को अपना सलाहकार बनाए हुए हैं वहीं उनके पुत्र भी इस मामले में कमजोर नहीं हैं। लालू पुत्र तेजस्वी अपने पिता से आगे बढ़ते हुए देह व्यापार में शामिल होने के आरोपी मणि को ही अपना पीए बना रखा है।

लालू प्रसाद जी ने तो राजवल्लभ यादव को अब तक अपनी पार्टी से नहीं निकाला परंतु क्या नैतिकता के आधार पर तेजस्वी मणि को अपने दल से और पीए के पद से हटाएंगे ?
तेजस्वी जी, कहा जाता है कि जहां अवैध संपत्ति आ जाती है वहीं चरित्रहीनता का भी प्रवेश हो जाता है। क्या यही कारण है कि आपके पिता राजवल्लभ को अपने घर पर बुलाकर नवरात्र में सलाह मांगते हैं या वे अभी तक पार्टी में बने हुए हैं?

’बडे मियां तो बडे मियां, छोटे मियां सुबहान अल्लाह’ के तर्ज पर आप भी अनैतिक कार्य देहव्यापार के आरोपी मणि को ही अपना पीए बना दिया।
तेजस्वी जी, क्या यह मणि आपका रिश्तेदार नहीं और क्या यह वही मणि यादव नहीं है, जिसे 2011 में गांधी मैदान थाना में देह व्यापार के आरोप में पकड़ा गया था?

राजद के वरिष्ठ नेताओं रघुवंश प्रसाद सिंह जी, अब्दुल बारी सिद्दिकी जी, रामचंद्र पूर्वे जी, कांग्रेस के सदानंद सिंह जी को इसका जवाब देना चाहिए कि क्या देह व्यापार के अनैतिक धंधे में लिप्त लोगों को पीए बनाना उचित है? आप लोगों को यह भी बताना चाहिए कि क्या राजनीति में अब नैतिक मूल्यों का क्षरण हो गया है?
आज राजद ’युवराज’ को पार्टी की बागडोर देने के लिए भले ही सभी वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर दिया हो परंतु ऐसे लोगों को बिहार की जनता बिहार की बागडोर नहीं देने वाली। आपकी छटपटाहट की तेजी बताती है कि आप सत्ता के लिए कितना छटपटा रहे हैं?

(जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार के फेसबुक वॉल से साभार, ये लेखक के निजी विचार हैं)