फिर पलटी मारने की तैयारी में नीतीश कुमार, जदयू कार्यकारिणी की बैठक में होगा बड़ा फैसला

दिल्ली में बिहार के सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरु हो चुकी है। बैठक में पार्टी महासचिव के सी त्यागी, राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह, प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह समेत तमाम वरिष्ठ नेता शामिल हैं।

New Delhi, Jul 08 : बिहार में एनडीए के प्रमुख घटक दल जनता दल यूनाइटेज ने जब से 4 राज्यों में अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, तब से बीजेपी से उसके संबंधों में दरार की संभावनाएं बढने लगी है। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार एक बार फिर से बीजेपी का साथ छोड़ महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इस पर फिलहाल कोई खुलकर नहीं बोल रहा, आज जदयू कार्यकारिणी की बैठक के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

बैठक शुरु
आपको बता दें कि दिल्ली में बिहार के सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरु हो चुकी है। बैठक में पार्टी महासचिव के सी त्यागी, राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह, प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह समेत तमाम वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इस बैठक में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव समेत कई मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।

नीतीश करेंगे स्थिति स्पष्ट
बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार आज पार्टी नेताओं के सामने अपनी बात रखेंगे, फिर अपनी स्थिति वो स्पष्ट कर देंगे। आपको बता दें कि शनिवार को उन्होने पार्टी पदाधिकारियों के साथ भी बैठक की थी। जदयू सूत्रों का दावा है कि नीतीश एनडीए गठबंधन के साथ-साथ पार्टी के सर्वोत्तम हित में निर्णय लेने के लिये एक प्रस्ताव पास किया जाएगा।

चार राज्यों में लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान
आपको बता दें कि जदयू ने हाल ही में चार राज्यों में अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, जिसके बाद से बीजेपी के तेवर भी सख्त है। कहा जा रहा है कि नीतीश के वापस राजद-कांग्रेस महागठबंधन में जाने की संभावनाओं को बल मिल रहा है। हालांकि जदयू प्रवक्ता इस बात को खारिज कर चुके हैं कि उनकी पार्टी दुबारा महागठबंधन में शामिल होगी।

बीजेपी का रुख नरम
नीतीश के बदलते तेवर के साथ ही बीजेपी का रुख कुछ नरम पड़ा है, हालांकि फिर भी बीजेपी रह-रहकर नीतीश कुमार को उनकी विश्वसनीयता की याद दिलाती है, अगर वो दुबारा महागठबंधन में गये, तो निश्चित रुप से उनकी जो छवि है, उसमें दाग लगेगा, बीजेपी चाहती है कि 2019 लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से अच्छा परफॉरमेंस कर सरकार बनाया जाए, इसलिये मान-मनौव्वल का दौर जारी है।

बड़े भाई की भूमिका चाहती है जदयू
बिहार के राजनीतिक एक्सपर्ट का कहना है कि नीतीश बीजेपी से बड़े भाई की भूमिका चाहती है, अटल-आडवाणी युग में उन्हें ये भूमिका दी गई थी। बीजेपी की सीटें ज्यादा होने के बावजूद अटल जी ने नीतीश को सीएम बना दिया था। लेकिन अब बीजेपी में मोदी-शाह युग है, इसी वजह से अब उनकी उतनी पूछ नहीं है, भले नीतीश एनडीए में वापस लौट आए हों, लेकिन वो काफी असहज लगते हैं।

सीटों की फॉर्मूला
बिहार में लोकसभा चुनाव से 9 महीने पहले ही सीटों के फॉर्मूले को लेकर बीजेपी और जदयू आमने सामने हैं, जदयू ने बीजेपी का प्रस्ताव दिया था, कि घटक दलों को सीटें देने के बाद 50-50 कर लेते हैं, जिसे बीजेपी ने ठुकरा दिया, बीजेपी ने जदयू को 10 सीटों का ऑफर दिया था, जदयू 16 सीटों पर अड़ी हुई है, हालांकि कहा जा रहा है कि बीच का रास्ता निकलेगा। 12 जुलाई को अमित शाह नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे, जिसके बाद स्थिति साफ हो जाएगी।