लापता रहे नीतीश के ये सांसद, मौत की उड़ी अफवाह, तो सामने आकर कही ऐसी बात

Ajay-Mandal

पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होने दावा ठोंका कि अगर लोग चाहें तो वैश्विक महामारी कोरोना 21 दिन में चला जाएगा, कोरोना चेन हम ही तोड़ सकते हैं, हम भीड़ नहीं लगाएंगे, तो कोरोना बचेगा ही नहीं।

New Delhi, May 16 : कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच जदयू सांसद अजय मंडल लापता ही हो गये थे, संक्रमण की सुनामी तथा सांसों के संकट के दौर में ऐसे अंडरग्राउंड हुए कि उनका कोई अता-पता ही नहीं चल रहा था। आलम ये था कि मौत की अफवाह तक सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर उड़ गई, हालांकि सांसद को जब इसकी जानकारी मिली, तो उन्होने खुद को प्रेस को सामने लाया, और बताया कि वो कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं, इसलिये जनता से दूरी बनाकर रह रहे हैं, वैसे तो इस दौरान उनका मास्क ठुड्डी के नीचे खिसका हुआ था, पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होने दावा ठोंका कि अगर लोग चाहें तो वैश्विक महामारी कोरोना 21 दिन में चला जाएगा, कोरोना चेन हम ही तोड़ सकते हैं, हम भीड़ नहीं लगाएंगे, तो कोरोना बचेगा ही नहीं, साथ ही उन्होने ये भी स्पष्ट कर दिया कि वो एक-एक मरीज पीड़ित को खोजकर मदद मुहैया नहीं करा पाएंगे।

जान देने जाएंगे
जदयू सांसद अजय मंडल ने कहा कि कोरोना काम में हम क्या जान देने जाएंगे, तंत्र की जवाबदेही सरकार की है, मैं इसका हिस्सा हूं,  जो सरकार कर पा रही है, वो हमारे तरफ से हो रहा है, बेशक हम नजर ना आएं हों, लेकिन हमारे पास रोजाना मदद के लिये सैकड़ों फोन आते हैं।

मदद कर रहे
जदयू सांसद ने दावा करते हुए कहा कि उनकी ओर से मदद भी मुहैया कराई जा रही है, गुट लेकर कोरोना काल में निकले थे, लेकिन उससे जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं की, काम पर यकीन करते हैं, इसलिये फोटोबाजी नहीं करते, आला अधिकारियों से पूछ लीजिए, कि उनके यहां हमारा फोन कितनी बार बजता है।

9वीं पास
अजय मंडल मूल रुप से भागलपुर के घोघा स्थित गोल सड़क के रहने वाले हैं, वो पेशे से सामाजिक कार्यकर्ता और किसान हैं, मंडल ज्यादा पढे लिखे नहीं हैं, वो सिर्फ 9वीं पास हैं, मौजूदा समय में वो खुद ब्लड प्रेशर, शुगर और दिल से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे हैं।