गिरिराज सिंह – पूरी जानकारी के बाद किसी के बारे में ओपिनियन बनाना चाहिए

गिरिराज सिंह – ‘चुनाव जीतने के लिए विकास से ज्यादा जरूरी है ब्यवहार जो हमारे सांसद महोदय के पास है.’।

New Delhi, Oct 01 : केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने बयान से कई बार सियासी भूचाल ला चुके हैं. अपन ने अपने लेख में कई बार उनको लपेटे मे लिया है. मूछ अउर मच्छड़ खातिर चर्चित जिला रोहतास के रहने वाले संतोष पटेल, जो सिह के खांटी भक्त हैं, से कल बात हो रही थी. पूछा कि इ कइसन मंत्री हैं?

बिना लाग लपेट के मृदुभाषी पटेल कहिन ‘भैया आप पशुपालन विभाग विजिट करके गिरिराज सिंह के बारे में स्वयं खोज-बीन कर लीजिए. आपको उत्तर मिल जाएगा’. बहरहाल, मैं पशुपालन विभाग पैदले गया. बिहार की सियासी राजनीति में राजपूत अउर भूमिहारों के बीच दशकों से 36 का रिस्ता है. सोचा राजपूत जाति से बिलांग करने वाला सरकारी मुलाजिम को पकड़ुगा तो वो असलियत बताएगा.
अरे ये क्या? ये मुलाजिम तो गिरिराज सिंह की तारीफ में कसीदा काढ़ने लगा. ‘सर बतौर मंत्री गिरिराज सिंह ने 3 वर्षो में जो काम किया है, फीसरी, बकरा पालन, मुर्गी पालन एण्ड डेयरी के लिये अपने खोपड़ा से जो रोड मैप दिया है, अगर सरकार उसको अमलीजामा पहना दे तो ग्रामीण एरिया की 80 प्रतिशत बेरोजगारी दूर हो जाएगी.’ मैं ये देखकर चकचिहा गया कि सब कमचरिये उनका चालिसा बांच रहा है.

दारू की कसम, मेरे लिए गिरिराज सिंह के बारे में ये बिलकुल नई जानकारी थी. अपन तो अभीतक यही समझता था कि गिरिराज सिंह मीन्स विवादास्पद बयान. डिटेल में जानने की इच्छा से अपन ने खनवां काॅल किया. वही खनवां गांव जो बिहार के प्रथम सीएम डा0 श्रीकृष्ण सिंह का ननिहाल एवं जन्मस्थली है. जिसे गिरिराज सिंह ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया है.
राजा सिंह ने बताया कि गांव स्वर्ग बनने की ओर अग्रसर है. अभी तक सुपर पावरग्रीड, रेफरल अस्पताल, पोलिटेकनिक कालेज, भारतीय हरित खादी ग्राम उद्योग संस्थान, नीरा पाईलट प्रोजेक्ट, सिंलाई कढ़ाई सीखने का ट्रेनिंग सेंटर, वाई-फाई चैपाल इत्यादि से गांव लैस हो गया है.

अकबरपुर के सुजय भारती बताते हैं कि ‘वोट तो गिरिराज सिंह को ही मिलेगा. उनकी सबसे बड़ी बिशेषता ये है कि वो सबको इजली उपलब्ध हैं. फोन पर भी बात हो जाती है.’ सुजय आगे कहते हैं कि ‘ जहां तक विकास की बात है तो उन्हीं की कृपा से नवादा में केन्द्रीय विद्याालय, रेलवे लाइन का दोहरीकरण तथा 70000 करोड़ रूपए लागत की परमाणु बिजली घर बनाने का सरकारी निर्णय. इससे हजारों युवकों को रोजगार मिलेगा.
नावादा बाजार के कपड़ा ब्यवसायी मोहन कुमार को लगता है कि देवों के देव महादेव के परम भक्त शांडिल्य गिरिराज सिंह नवादा से कभी नहीं चुनाव हारेंगे. ‘चुनाव जीतने के लिए विकास से ज्यादा जरूरी है ब्यवहार जो हमारे सांसद महोदय के पास है.’.
सीखः पूरी जानकारी के बाद किसी के बारे में ओपीनीयन बनाना चाहिए.

(वरिष्ठ पत्रकार कन्हैया भेलारी के फेसबुक वॉल से साभार, ये लेखक के निजी विचार हैं)