क्रिकेट छोड़ने का मूड बना चुका था ये स्टार क्रिकेटर, पत्नी की वजह से पहुंचा इस मुकाम तक

केदार जाधव ने क्रिकेट छोड़ कुछ और काम करने का फैसला ले लिया था, लेकिन उनकी पत्नी स्नेहिल जिद पर अड़ गई, कि अगर आप क्रिकेट छोड़ोगे, तो मैं आपके साथ नहीं रहूंगी।

New Delhi, Sep 23 : आपने अकसर बड़े-बुजुर्गो के कहते सुना होगा, कि हर कामयाब शख्स के पीछे कोई ना कोई महिला होती है। कामयाब होने के हजारों रास्ते हैं, सबकी अपनी-अपनी सोच है, ऐसी ही एक टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर केदार जाधव की है, जिन्हें आगे बढने के लिये उनकी पत्नी ने उनका हौसला बढाया, केदार की पत्नी ने तो उन्हें यहां तक कह दिया था कि अगर आप क्रिकेट छोड़ोगे, तो मैं आपके साथ नहीं रहूंगी।

क्रिकेट छोड़ने का आया था विचार
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर केदार जाधव की जब शादी हुई थी, तो वो घरेलू क्रिकेट में महाराष्ट्र की ओर से खेलते थे, शादी के बाद जाधव अपनी पत्नी स्नेहल के साथ हनीमून पर गये थे, उसी दौरान महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने अगले टूर्नामेंट के लिये 15 सदस्यीय टीम का ऐलान किया था, जिसमें केदार जाधव का नाम नहीं था, जिससे स्टार क्रिकेटर का आत्मविश्वास टूटा, उनके मन में बार-बार क्रिकेट छोड़ने का विचार आ रहा था।

पत्नी जिद पर अड़ गई
बताया जाता है कि केदार जाधव ने क्रिकेट छोड़ कुछ और काम करने का फैसला ले लिया था, लेकिन उनकी पत्नी स्नेहिल जिद पर अड़ गई, कि अगर आप क्रिकेट छोड़ोगे, तो मैं आपके साथ नहीं रहूंगी। फिर क्या था पत्नी की जिद की वजह से केदार ने दुबारा बल्ला उठाया, और फिर से मेहनत करनी शुरु की। पत्नी का विश्वास और केदार की मेहनत रंग लाई, अगले कुछ साल में ही वो भारतीय टीम का अहम हिस्सा बन गये हैं।

2014 में टीम इंडिया के लिये डेब्यू
आपको बता दें कि केदार जाधव ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया, जिसके बाद उन्हें भारतीय टीम में मौका दिया गया। 16 नवंबर 2014 को श्रीलंका का खिलाफ उन्होने डेब्यू किया, तब से टीम में बने हुए हैं। वो लोअर मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी के साथ-साथ पार्ट टाइम गेंदबाजी भी करते हैं, जिससे कप्तान को काफी राहत मिलती है। हाल में ही वो सर्जरी के बाद वापस टीम में लौटे हैं।

पाकिस्तान की तोड़ दी थी कमर
वैसे तो केदार जाधव बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान लगाते हैं, लेकिन धोनी ने उनसे पार्ट टाइम गेंदबाजी करवाना शुरु किया। एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ केदार ने 9 ओवर में 23 रन देकर 3 विकेट हासिल किये, जिसकी बदौलत भारतीय टीम ने ये मुकाबला आसानी से जीत लिया। खुद केदार ने बताया कि उनके अंदर के गेंदबाज को माही भाई ने बाहर निकाला, उन्होने ही पहली बार अंतरराष्ट्रीय मैचों में गेंद थमाई थी।